वाराणसी, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय की मनोविज्ञान अनुभाग की छात्राओं ने पांच दिवसीय कार्यशाला के चौथे दिन गुरूवार को सहसंबंध (कोरिलेशन) और प्रतिगमन (रेग्रेसन) को विस्तार से जाना। शोध पद्धति और सांख्यिकी विषयक कार्यशाला में मुख्य वक्ता विशेषज्ञ प्रो. तुषार सिंह ने शोध पद्धति के विभिन्न पहलुओं पर छात्राओं को प्रशिक्षित किया।
प्रो. सिंह ने मूलभूत सांख्यिकीय परीक्षणों और उनके अनुप्रयोगों से छात्राओं को अवगत कराया। कार्यशाला का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर रीता सिंह ने किया। कार्यशाला की संयोजक, डॉ. शिल्पा कुमारी ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों और शोधार्थियों को सामाजिक विज्ञान में गुणवत्ता युक्त शोध करने के लिए आवश्यक कौशल और क्षमता से सुसज्जित करना है। विभिन्न प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ कार्यशाला में छात्राओं को शोध पद्धति के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दे रहे हैं। कार्यशाला के व्यवस्थित साहित्य समीक्षा और मेटा-विश्लेषण करने का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर शुक्रवार को कार्यशाला के समापन समारोह में विशिष्ट वक्ता डिप्टी रजिस्ट्रार बीएचयू के. वेणुगोपाल होंगे। इस कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों की छात्राएं भाग ले रही है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी