
वाराणसी,13 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जैतपुरा क्षेत्र के बड़ी बाजार स्थित हजरत सैयद सालार मसूद गाजी मियां के राेजे पर रविवार को हल्दी का रस्म निभाई गई। परम्परानुसार गाजी मियां के रौजे पर सवा महीने पूर्व लगन रखी गई।
दरगाह कमेटी के गद्दीनशीन/सदर हाजी सेराजुद्दीन अहमद के देखरेख में गाजी मियां के मजार को गुस्ल कराने के बाद संदलपोशी और चादरपोशी की रवायत निभाई गई। इसके बाद मजार पर हल्दी का लेपन किया गया। आस्ताने की दीवारों पर हल्दी लगे पंजों की छाप लगाई गई। रस्म पूरी होने के बाद कुल शरीफ और सलातो सलाम पढ़ा गया और मुल्क में अमन चैन, खुशहाली की दुआ की गई।
सदर हाजी सेराजुद्दीन अहमद ने बताया कि गाजी मियां की लग्न के साथ ही उनकी शादी की रस्मों की शुरुआत भी हो गई है, जो सवा महीने तक चलेंगी। कमेटी के सदस्यों के अनुसार 9 मई को गाजी मियां की पलंगपीढ़ी व मेदनी का कार्यक्रम होगा। कमेटी के सदस्य जुलूस की शक्ल में पलंग पीढ़ी व मेदनी को लेकर चौकाघाट, शिवपुर होते हुए बहराइच के लिए रवाना होंगे। इसके बाद 17 से 19 मई के बीच तीन दिवसीय मेला शुरू होगा। अंतिम दिन गाजी मियां की बारात वाराणसी के छोहरा से हाजी सनाउल्लाह के निवास स्थान से निकलेगी और सलारपुर स्थित गाजीमियां के रौजा परिसर पहुंचेगी। साैहार्द की मिसाल पेश करते हुए हिंदू और मुसलमान दोनों संप्रदाय के लोग मेले में शामिल होते हैं। मेले में वाराणसी के साथ ही पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के अकीदतमंद शामिल होंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
