जम्मू, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । संविधान दिवस के अवसर पर भारत के संविधान में निहित मूल्यों का सम्मान करने और इसके निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। समारोह की शुरुआत एक जागरूकता रैली के साथ हुई जो गवर्नमेंट कॉलेज फॉर विमेन, परेड से शुरू हुई। छात्रों, संकाय सदस्यों और एनएसएस स्वयंसेवकों ने न्याय, समानता और बंधुत्व जैसे संवैधानिक मूल्यों को उजागर करने वाले बैनर और तख्तियां लेकर सक्रिय रूप से भाग लिया। रैली का उद्देश्य हमारे लोकतांत्रिक ढांचे में इन सिद्धांतों के महत्व के बारे में जनता को शिक्षित करना था।
रैली का समापन डॉ. बी.आर. अंबेडकर चौक पर हुआ जहां प्रतिभागी डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए। उनके योगदान को याद करने के लिए एक संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रमुख नेताओं द्वारा आधुनिक भारत को आकार देने में संविधान की प्रासंगिकता पर जोर देने वाले भाषण शामिल थे।
इसके बाद समारोह एमएएम कॉलेज में चला गया जहां एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में देशभक्ति गीत, संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों पर भाषण जैसे कई प्रदर्शन शामिल थे जो भारत की विविधता और एकता को दर्शाते थे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मंत्री सतीश शर्मा द्वारा संविधान की प्रस्तावना पर दिया गया भाषण था जिसकी उपस्थित लोगों ने सराहना की। इसके अलावा जीजीएम साइंस कॉलेज के संकाय सदस्यों द्वारा ऑनलाइन प्रस्तावना का पाठ किया गया जिसमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा