जम्मू, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । जीजीएम साइंस कॉलेज जम्मू ने स्टेट ऑर्गन एन्ड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनिजेशन (एसओटीटीओ) के सहयोग से कैरियर परामर्श और प्लेसमेंट सेल और वाद-विवाद और सेमिनार समिति द्वारा आयोजित अंगदान और प्रत्यारोपण पर एक ज्ञानवर्धक विशेषज्ञ वार्ता की मेजबानी की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अंगदान के महत्वपूर्ण महत्व, इसमें शामिल प्रक्रियाओं और जीवन बचाने पर इसके गहन प्रभाव के बारे में शिक्षित करना और जागरूकता बढ़ाना था।
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रोमेश कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में कार्यक्रम की शुरुआत कैरियर परामर्श और प्लेसमेंट सेल के संयोजक डॉ. देविंदर कुमार शर्मा के औपचारिक स्वागत भाषण से हुई। एसओटीटीओ की आईईसी मीडिया टीम की सलाहकार अंशु शर्मा ने वार्ता के लिए संसाधन व्यक्ति के रूप में काम किया। शर्मा ने अंगदान के महत्व को परिभाषित किया और अधिक दाताओं की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे रोगियों की उच्च संख्या और दान किए गए अंगों की सीमित आपूर्ति के बीच तीव्र अंतर को रेखांकित किया। अंग दान की जीवन-रक्षक क्षमता पर जोर देते हुए उन्होंने बताया कि कैसे यह न केवल जीवन को बढ़ाता है बल्कि प्राप्तकर्ताओं के जीवन की गुणवत्ता में भी काफी सुधार करता है।
जीवित दाताओं के लिए सुरक्षा और दीर्घकालिक स्वास्थ्य परिणामों के बारे में चिंताओं को संबोधित करते हुए शर्मा ने डेटा और शोध-आधारित आश्वासन प्रदान किया। उन्होंने मृतक और जीवित अंग दाताओं से संबंधित विभिन्न अवधारणाओं को स्पष्ट किया जिसका उद्देश्य आम गलतफहमियों और गलत सूचनाओं को दूर करना था। सत्र में 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह