Jammu & Kashmir

जीजीएम साइंस कॉलेज ने लिंग आधारित हिंसा पर दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया

जीजीएम साइंस कॉलेज ने लिंग आधारित हिंसा पर दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया

जम्मू, 31 जनवरी (Udaipur Kiran) । जीजीएम साइंस कॉलेज, जम्मू ने 30 और 31 जनवरी को लिंग आधारित हिंसा पर दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया। कॉलेज के महिला सशक्तिकरण और विकास प्रकोष्ठ द्वारा समाज कल्याण विभाग, जम्मू-कश्मीर के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम उच्च शिक्षा विभाग के नई चेतना 3.0 अभियान के साथ जुड़ा हुआ है। प्राचार्य प्रो. डॉ. रोमेश कुमार गुप्ता और प्रकोष्ठ संयोजक प्रो. यास्मीन मुगल के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न रूपों और प्रभावों के बारे में शिक्षित और संवेदनशील बनाना था, ताकि वे बदलाव के वाहक बन सकें।कार्यक्रम के अंतर्गत पहले दिन लिंग आधारित हिंसा विषय पर नारा लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें विभिन्न सेमेस्टर के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता का निर्णायक अंग्रेजी विभाग की डॉ. जतिंदर कौर और प्रो. सुनीता कुमारी थीं। भूपिंदर कौर (सेमेस्टर 4) ने पहला स्थान हासिल किया। उसके बाद ममता भगत (सेमेस्टर 1) दूसरे और हसरत कौर (सेमेस्टर 4) तीसरे स्थान पर रहीं। दूसरे दिन जम्मू क्लस्टर विश्वविद्यालय की यौन उत्पीड़न के प्रति संवेदनशीलता, रोकथाम और निवारण (स्पर्श) समिति की अध्यक्ष डॉ. वंदना खजूरिया द्वारा एक प्रभावशाली जागरूकता व्याख्यान दिया गया। डॉ. खजूरिया ने घरेलू दुर्व्यवहार, कार्यस्थल पर उत्पीड़न, साइबर अपराध और सामाजिक भेदभाव सहित लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न रूपों को संबोधित किया और उनके मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला।डॉ. खजूरिया ने भारतीय कानून के तहत उपलब्ध कानूनी प्रावधानों और निवारण तंत्रों पर भी चर्चा की और एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण को बढ़ावा देने में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका पर जोर दिया। व्याख्यान के बाद छात्रों और शिक्षकों के बीच एक गतिशील इंटरैक्टिव चर्चा हुई। कार्यक्रम का समन्वयन प्रो. मोना सेठी, डॉ. नेहा महाजन, प्रो. आकांक्षा परिहार, प्रो. रीतिका रानी, ​​डॉ. निशा और डॉ. प्रीति वर्मा ने किया जबकि प्रो. आकांक्षा परिहार ने कार्यक्रम के क्रियान्वयन का नेतृत्व किया।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

Most Popular

To Top