-जेईएम ने भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में भारतीय विक्रेताओं को बढ़ावा दिया
नई दिल्ली, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेईएम) नई दिल्ली में 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में भाग लेने वाले भारतीय विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं को सक्रिय रूप से पंजीकृत और शामिल कर रहा है। यह आयोजन 14 से 27 नवंबर, 2024 तक भारत मंडपम कॉम्प्लेक्स में हो रहा है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि जेईएम इस वर्ष की थीम “विकसित भारत@2047” के अनुरूप 43वें आईआईटीएफ 2024 के दौरान अपने मंडप (हॉल नंबर 4, स्टॉल नंबर 4F-6A, पहली मंजिल) में व्यापक पंजीकरण अभियान चलाया है। इसके तहत जेईएम भारतीय विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं को सक्रिय रूप से पंजीकृत और शामिल कर रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि समावेशी आर्थिक विकास को गति देने में पोर्टल की भूमिका पर जोर देते हुए जेईएम भारत सरकार की “एक जिला, एक उत्पाद” (ओडीओपी) योजना के तहत भाग लेने वाले छोटे पैमाने के विक्रेताओं, विशेष रूप से कारीगरों, बुनकरों और शिल्पकारों को अंत-से-अंत सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि सार्वजनिक खरीद परिदृश्य में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सके।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक इस उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए जेईएम मंडप को तत्काल कैटलॉग अपलोडिंग सहायता के लिए एक पेशेवर फोटो शूट सेट से सुसज्जित किया गया है, जो पूरी तरह से निःशुल्क है। जेईएम के प्रतिनिधि भी पोर्टल की पहुंच बढ़ाने और इसके विभिन्न लाभों पर प्रकाश डालकर इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर स्टॉल का दौरा करेंगे, जिसमें सालाना 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की सार्वजनिक खरीद के लिए सीधे बाजार से जुड़ाव शामिल है।
उल्लेखनीय है कि जेईएम एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्रालयों, विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों सहित विभिन्न सरकारी निकायों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की सुविधा प्रदान करता है। इसका उद्देश्य एक जिला, एक उत्पाद योजना के तहत छोटे पैमाने के विक्रेताओं, विशेष रूप से कारीगरों और शिल्पकारों का समर्थन करना है। भारत की संस्कृति, व्यापार और नवाचार का एक जीवंत प्रदर्शन, 43वां आईआईएफटी जेईएम पर संपन्न सार्वजनिक खरीद बाजार में घरेलू विक्रेताओं के लिए सहयोग को बढ़ावा देने और व्यावसायिक अवसरों को बढ़ाने के लिए एक असाधारण मंच है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर