– श्रीसूरत गिरि बंगला गिरिशानंद आश्रम में आयोजित गीता ज्ञान व बालीवॉल प्रतियोगिता का समापन
हरिद्वार, 28 दिसंबर (Udaipur Kiran) । श्रीसूरत गिरि बंगला गिरिशानंद आश्रम में आश्रम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानदं गिरि महाराज के सानिध्य में गीता ज्ञान प्रतियोगिता व बालीवॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 27 व 28 दिसम्बर को आयोजित हुई प्रतियोगिताओं के आज पुरस्कार वितरित किए गए।
इस अवसर पर प्रतिभागिओं को अपना आशीर्वचन देते हुए महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानदं गिरि महाराज ने कहाकि गीता भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकला हुआ अनुपम ग्रंथ है। गीता साक्षात भगवान श्रीकृष्ण का ही रूप है। गीता में सभी ग्रंथों का सार होने के साथ जीवन जीने की कला सिखाती है और मोक्ष के मार्ग को प्रशस्त करती है।
उन्होंने कहाकि सनातन संस्कृति में वसुधैव कुटम्बकम की भावना निहीत है। अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने और श्रेष्ठ जीवन जीने की कला सिखने के लिए गीता का स्वाध्याय करना अति आवश्यक है। उन्होंने गीता ज्ञान प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी विद्यार्थियों के जीवन की मंगल कामनाएं करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को क्रमशः 5100, 3100 व 2100 रुपये की नगद राशि के साथ प्रशस्ति पत्र व अन्य सामग्री भेंट की गई।
गीता ज्ञान प्रतियोगिता में श्री महेश्वरानंद सांग्वेद विद्यालय की ए व बी टीम ने क्रमशः 695 व 531 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। गीता कुटीर विद्यालय के छात्रों ने 503 अंक प्राप्त कर द्वितीय व श्री चेतन ज्योति आश्रम के विद्यार्थी 499 अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान पर रहे।
जबकि सम्पूर्ण गीता पाठ प्रतियोगिता में श्री महेश्वरानंद सांग्वेद विद्यालय के आनन्द शुक्ला प्रथम, ऋषि संस्कृत विद्यालय के लकी मिश्रा द्वितीय व गीता कुटीर के मयंक जोशी तीसरे स्थान पर रहे। बालीवॉल प्रतियागिता में भगवत धाम की टीम विजेजा व श्री महेश्वरानंद सांग्वेद विद्यालय की टीम उप विजेता रही।
एकादश श्लोक प्रतियोगिता में प्रथम सभ्यता, द्वितीय अलंकृता व तृतीय प्रिया चोपड़ा रही। जबकि श्रीमहेश्वरानंद सांग्वेद विद्यालय के शिवम पाठक व शिवराज भट्ट ने विशिष्ट स्थान पाया। समूहात्मक प्रतियोगिता में श्री महेश्वरानंद सांग्वेद विद्यालय के आदर्श पाराशर, अनुभव मिश्रा, कृपाशंकर, पार्थ भारद्वाज, आनन्द शुक्ला, हर्ष मिश्रा, अभय दीक्षित, ओमप्रकाश तिवारी व श्री गीता संस्कृत विद्यालय के रोहित सेमवाल, खिमेन्द्र दुर्गापाल, वंश शर्मा, अमित कण्डवाल, लवलेश मिश्रा, मयंक जोशी, शैलेश उनियाल व धु्रव शर्मा ने द्वितीय स्थान पाया। जबकि श्री चेतन ज्योति विद्यालय के सतीश कण्डवाल, आनन्द तिवारी, प्रियांशु पाण्डेय, प्रेम शर्मा, रोशन शर्मा, ऋषि रंजन, कमल चन्द्र पनेरू व दिशांत शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
महामण्डलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानदं गिरि महाराज व कमलापुरी महाराज ने सभी को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर कोठारी उमानंद गिरि, आचार्य शिवपूजन, स्वामी कमलानंद आदि अनेक संत, महात्मा, विद्यार्थी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला