जयपुर, 9 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भगवद्गीता भगवान कृष्ण की वाणी है और गीता जयंती वह पवित्र दिन है जब भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र में भगवत गीता का दिव्य उपदेश दिया। जयपुर के गुप्त वृन्दावन धाम में इस पवित्र दिवस को मनाने के लिए महायोजन किया जा रहा है। ग्यारह दिसम्बर को गीता जयंती पर मंदिर मे दिन भर अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। भगवान् श्रीकृष्ण बलराम का विशेष अलंकार किया जाएगा। सभी भक्त एक साथ मिलकर गीता के 700 श्लोकों का पाठ करेंगे। जिससे पूरे गुप्त वृन्दावन धाम का वातावरण दिव्य हो जाएगा। संध्या के समय गीता महायज्ञ का आयोजन होगा।जिसमे हज़ारों भक्त हिस्सा लेंगे।
गीता जयंती के अवसर पर गुप्त वृन्दावन धाम में गीता कांटेस्ट, गीता दान एवं वितरण महोत्सव, इंटरनेशनल गीता ओलंपियाड और बुक मैराथन जैसे विशेष कार्यक्रमों का शुभारंभ किया जाएगा।
गुप्त वृन्दावन धाम अध्यक्ष अमितासना दास ने गीता जयंती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया की गीता जयंती हमें भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य संदेश को अपनाने और समाज के कोने कोने तक पहुंचाने का अवसर देती है। जीवन को कैसे जीया जाए यह ज्ञान हमें भगवद गीता के द्वारा ही मिलता है। भगवद्गीता एक गीत है जिसे भगवान कृष्ण ने स्वयं गाया है।
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(Udaipur Kiran)