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गौविवि ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर दर्ज की सफलता की नई कहानी

गुवाहाटी, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । उत्तर-पूर्व भारत के सबसे पुराने उच्च शिक्षण संस्थान गौहाटी विश्वविद्यालय ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का लोहा मनवाया है। टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में गौहाटी विश्वविद्यालय ने 1201–1500 के ग्लोबल बैंड में स्थान प्राप्त किया है। साथ ही, टीएचई एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में विश्वविद्यालय ने 351–400 स्थान के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों में 48वें स्थान पर अपना स्थान मजबूत किया है। यह उपलब्धि गौहाटी विश्वविद्यालय की निरंतर उन्नति और वैश्विक मंच पर बढ़ती प्रतिष्ठा का परिचायक है।

गौरतलब है कि टाइम्स हायर एजुकेशन एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 को 23 अप्रैल को औपचारिक रूप से प्रकाशित किया गया था। ठीक इसके बाद, 25 अप्रैल को गौहाटी विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन के बीच यह गौरवपूर्ण समाचार आया, जिसने विश्वविद्यालय समुदाय को गर्व से भर दिया।

इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुलपति प्रोफेसर ननी गोपाल महंत ने कहा, यह सफलता हमारे छात्रों, शिक्षकों और पूर्व छात्रों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। नई शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रमों का कार्यान्वयन, डिजिटल विधियों को अपनाना और उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्यों की दिशा में उठाए गए कदमों ने इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह रैंकिंग हमें और भी ऊंचे लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित करेगी।

पिछले एक वर्ष में गौहाटी विश्वविद्यालय ने कई अहम मील के पत्थर पार किए हैं। विश्वविद्यालय ने एनएएसी से ए+ ग्रेड प्राप्त किया, 2024 के एनआईआरएफ रैंकिंग में राज्य विश्वविद्यालयों में 13वां स्थान हासिल किया, और आईएसओ 9001:2015 प्रमाणन भी अर्जित किया। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा जारी विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में शामिल हुए हैं। विश्वविद्यालय का स्कोपस एच-इंडेक्स भी अब 106 पर पहुँच गया है।

हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री द्वारा विश्वविद्यालय में 5जी लैब का उद्घाटन किया गया, जिससे तकनीकी अनुसंधान को नई गति मिली है। साथ ही, टीडीआरआई और एन आईईएलआईटी के साथ हुए समझौता ज्ञापनों के माध्यम से जलवायु अनुसंधान और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भी नए अवसर सृजित हो रहे हैं। वर्ष के अंत तक गौहाटी विश्वविद्यालय ‘जियू–टेरी सेंटर फॉर हिमालयन स्टडीज’ की स्थापना करने की भी तैयारी में है।

गौर करने योग्य बात यह भी है कि गौहाटी विश्वविद्यालय ने इस उपलब्धि से तेजपुर विश्वविद्यालय (जो एशिया रैंकिंग में 501–600 और विश्व रैंकिंग में 1501+ बैंड में है) को भी पीछे छोड़ दिया है। कुलपति ने आगे कहा कि इस रैंकिंग से अंतरविषयक अध्ययन और वैश्विक प्रचार-प्रसार के माध्यम से अनुसंधान के क्षेत्र में मजबूती लाने की दिशा में विश्वविद्यालय का संकल्प और दृढ़ हुआ है।

1948 में स्थापित गौहाटी विश्वविद्यालय आज 49 विभागों, 300 से अधिक संबद्ध महाविद्यालयों और 3 लाख से अधिक विद्यार्थियों के साथ शिक्षा का प्रकाश फैला रहा है। विश्वविद्यालय अपनी 80वीं वर्षगांठ की ओर अग्रसर है और इस नई सफलता ने इसे क्षेत्रीय शक्ति से वैश्विक ज्ञान केंद्र की ओर परिवर्तन के पथ पर अग्रसर कर दिया है।

(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर

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