नई दिल्ली, 01 जनवरी (Udaipur Kiran) । खेल के इतिहास में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन गुकेश डोमराजू ने बुधवार को देश के प्रमुख व्यवसायी गौतम अदानी से मुलाकात की। अदानी ग्रुप के प्रमुख ने शतरंज की दुनिया में उनकी जबरदस्त उपलब्धि के लिए 18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर की प्रशंसा की।
अदानी समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष गौतम अडानी ने डी गुकेश और उनके माता-पिता से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश से मिलना और उनकी जीत का कहानी सुनना सौभाग्य था। प्रमुख व्यवसाई ने डी गुकेश और उनके परिजनों से हुई मुलाकात को लेकर एक्स पर पोस्ट किया और तस्वीरें भी शेयर कीं।
गौतम अदानी ने एक्स पर लिखा, डी गुकेश के साथ उनके माता-पिता डॉ रजनीकांत और डॉ पद्मावती से मिलना भी उतना ही प्रेरणादायक था, जिनके त्याग ने उनकी कामयाबी की नींव रखी है। सिर्फ 18 साल की उम्र में गुकेश का संयम और प्रतिभा भारत के युवाओं को प्रेरित करता है। उनके जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी नई पीढ़ी को प्रेरित कर रहे हैं। वे दशकों तक ग्लोबल चेस पर हावी होने के लिए तैयार चैंपियनों की एक सेना का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह आत्मविश्वास से भरा और उभरता हुआ भारत है। जय हिंद।
वहीं, मुलाकात के बाद डी गुकेश ने भी अपनी प्रतिक्रिया में, उन्हें आमंत्रित करने के लिए अडानी समूह के अध्यक्ष को धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि उनके समर्थन से भारतीय शतरंज आगे बढ़ेगा।
डी गुकेश ने एक्स पर पोस्ट किया, हमें आमंत्रित करने और मिलने के लिए धन्यवाद गौतम अडानी सर। आपने हमारी बातचीत का आनंद लिया और हम युवाओं की बेहतरी, प्रतिभा की पहचान और विकास के प्रति दिखाई गई रुचि और दृष्टिकोण से प्रभावित हुए उसके लिए आभार। आशा है कि हमारे देश में शतरंज को और बढ़ावा मिले इस दिशा में आपका समर्थन मिलता रहे।
उल्लेखनीय है कि शतरंज में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनकर इतिहास रचने वाले गुकेश ने सिंगापुर में 14 गेम के मैच में चीन के डिंग लिरेन को हराया। चेन्नई के 18 वर्षीय खिलाड़ी ने 14वें गेम में डिंग की गलती का फायदा उठाते हुए मौजूदा चैंपियन को हराकर मैच 7.5 से 6.5 से जीत लिया और विश्वनाथन आनंद के बाद शास्त्रीय शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय बन गए। इससे पहले साल 1985 में रूसी शतरंज खिलाड़ी गैरी कास्परोव सबसे कम उम्र सिर्फ 24 साल में विश्व चैंपियन बने थे, जिसका रिकॉर्ड डी गुकेश ने तोड़ दिया।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय