नाहन, 08 जनवरी (Udaipur Kiran) । लंबे समय के बाद हुई ताजा बर्फबारी और बारिश ने सेब बागीचों में चिलिंग आवर्स की शुरुआत कर दी है जिससे बागबानों को एक नई उम्मीद मिली है। हालांक, बर्फबारी के बाद जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों जैसे नौहराधार और हरिपुरधार में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है लेकिन बारिश और बर्फबारी किसानों और बागवानों के लिए एक वरदान साबित हुई है।
बीते चार महीनों से सूखा चल रहा था जिसके कारण किसान और बागबान सेब समेत अन्य फलदार पौधों का रोपण नहीं कर पा रहे थे और कृषि कार्य भी रुक गए थे। इसके अलावा लहसुन, प्याज और गेहूं की फसलें भी सूखा होने के कारण खतरे में पड़ गई थीं। लेकिन अब समय पर बारिश और बर्फबारी से बागबानों को राहत मिली है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार बंपर फसल होगी।
बर्फबारी ने सेब बागीचों में कीटों और बीमारियों का खात्मा कर दिया ह, जिससे बागबानों को काफी राहत मिली है। जिले के नौहराधार, हरिपुरधार, गत्ताधार जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब उत्पादक बागबानों में खुशी की लहर है। इसके अलावा, गेहूं, जौ, मटर, आलू और लहसुन की फसलों के लिए भी यह बारिश वरदान साबित हुई है।
क्षेत्र के किसान यशपाल ठाकुर, अशोक चौहान, कपिल शर्मा, नागेन्दर कमल, सतपाल आदि ने बताया कि ताजा बर्फबारी और बारिश से सेब और अन्य नकदी फसलों को नई ऊर्जा मिली है। उन्होंने कहा कि इससे कृषि और बागबानी क्षेत्र में बेहतर उत्पादन की उम्मीद है।
मौसम साफ होने के बाद किसान अब अपनी कृषि गतिविधियों में जुट गए हैं। लहसुन और मटर की गुड़ाई का काम शुरू हो चुका है वहीं मटर में झाबें लगाने का काम भी प्रारंभ हो गया है। झाबें लगाने से मटर की फली सुरक्षित रहती है और इसे तैयार करने का यह सबसे सरल तरीका माना जाता है।
—————
(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर