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घर-घर में गाजे बाजे के साथ पहुंचे गणपति

घर-घर में गाजे बाजे के साथ पहुंचे गणपति

जयपुर, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजधानी में कई स्थानों पर मुंबई की तर्ज पर गणेश उत्सव के पंडालों में गणपति की प्रतिमा की स्थापना कर पूजा-अर्चना शुरू की गई। पांच से लेकर ग्यारह फीट ऊंची मूर्तियों की स्थापना कर महाआरती की गई। ज्यादातर पंडालों में राजा स्वरूप में गणेश जी विराजे हैं।

सभी पंडालों में गाजे बाजे के साथ मूर्ति लाकर गणेश जी को विराजित किया गया। दस दिनों तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। बनीपार्क के माधव विलास में शनिवार को गणपति जी की स्थापना की गई। माधो सिंह सर्किल स्थित शिव मंदिर से गणेशजी की प्रतिमा को गाजे बाजे के साथ लाया गया। सभी श्रद्धालु गणेश जी महाराज के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। माधव विलास में विद्वानों ने वेद मंत्रोच्चार के साथ गणपति की प्राण प्रतिष्ठा की। संतों-महंतों के सानिध्य में उषा मालपानी, बसंत मालपानी सहित अन्य ने गणेश जी की महाआरती की। श्री गणपति विसर्जन 13 सितंबर को शाम सवा चार बजे विद्याधर नगर सेक्टर पांच स्थित शिव मंदिर में किया जाएगा।

आकाश गंगा अपार्टमेंट में गूंजा गणपति बप्पा मोरिया

बाइस गोदाम स्थित आकाश गंगा अपार्टमेंट में महामंडलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर और गायत्री परिवार के मनु महाराज ने गणपति की स्थापना की। सुमन भट्टड़, दिनेश भट्टड़ एवं अन्य ने आरती उतारी। आकाश गंगा अपार्टमेंट में निवास करने वाले श्रद्धालुओं ने गणेश जी की पूजा-अर्चना की। उधर, चित्रकूट गणेश उत्सव मंडल की ओर से चित्रकूट सेक्टर-09 में शनिवार को चतुर्दशम सार्वजनिक गणेश उत्सव समारोह शुरू हुआ। गाजे बाजे के साथ गणेश प्रतिमा को लाकर पंडाल में विराजमान किया गया। श्रृंगार और आरती के बाद भजनों से रिझाया। अध्यक्ष और कार्यक्रम संयोजक अखिलेश सक्सेना ने बताया कि श्री गणेश उत्सव में रोजाना नए-नए कार्यक्रम होंगे। इसमें गणपति की शोभायात्रा, बच्चों की ड्राइंग प्रतियोगिता, भजन संध्या, भजन प्रतियोगिता, फेन्सी ड्रेस, नृत्य प्रतियोगिता, छप्पन भोग, हवन एवं भोजन प्रसादी प्रमुख है। गणेश विसर्जन 15 सितम्बर को होगा।

मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर में श्रद्धालुओं का लगा तांता

मोती डूंगरी गणेश मंदिर में शुक्रवार देर रात से ही श्रद्धालु कतारों में लग गए। जयपुर ग्रामीण के श्रद्धालु पदयात्रा के रूप में ध्वज लेकर मंदिर पहुंचे। सुबह चार बजे मंगला आरती में हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसके बाद दर्शनार्थियों की संख्या लगातार बढ़ती गई। दोपहर से पूर्व तक श्रद्धालुओं के छोर जेडीए सर्किल, रिजर्व बैंक और उधर त्रिमूर्ति सर्किल तक पहुंच गया। महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में सुबह विशेष पूजन के बाद श्रृंगार आरती की गई। भोग आरती दोपहर सवा 2 बजे हुई। प्रथम पूज्य ने स्वर्ण मुकुट धारण कर चांदी के आसन पर विराजमान होकर श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। मोती, सोना, पन्ना, माणक सहित अन्य रत्नों का नौलखा हार आकर्षण का केन्द्र रहा। श्रद्धालुओं ने जयकारों से मंदिर को गणेश जी महाराज की जय के जयकारों से गुंजायमान कर दिया। पुलिस और स्वयंसेवकों ने दर्शन करवाने की व्यवस्थाएं संभाली। दिव्यांग जनों को व्हीलचेयर पर बैठा कर दर्शन कराए गए। दर्शनार्थियों का तांता देर रात तक लगा रहा।

दर्शनार्थियों को पिलाया पानी-शरबत:- गणेश चतुर्थी पर दर्शन करने श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सेवाभावी संस्थाओं ने सेवाएं दीं। कतार में लगे दर्शनार्थियों को पानी और शर्बत पिलाया। दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं को आइसक्रीम खिलाई।

गणेश चतुर्थी पर मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्ठि से 62 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए। इन कैमरों से सभी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी गई। इन कैमरों में 6 डीएफएमडी व 6 एचएसडी कैमरों का उपयोग किया गया।

भीड़ नहीं लगे इसलिए लगाई 6 लाईन- गणेश चतुर्थी पर मंदिर प्रशासन ने बढ़ते जन सैलाब को देखते हुए भीड़ में श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो इसके 6 लाइन आने के लिए व 6 लाइन जाने के लिए लगाई गई। इसके अलावा निशक्तजनों और वृद्धजनों के लिए 30 ई-रिक्शे लगाए गए। ई-रिक्शा चालकों ने वृद्धजनों और निशक्तजनों को मंदिर लाने –ले जाने की व्यवस्था संभाली।

आठ सितंबर निकलेगी शोभायात्रा:-आठ सितंबर को भगवान श्री गणेश शहर भ्रमण पर निकलेंगे। इस दौरान मोती डूंगरी गणेश मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा शाम को मोती डूंगरी मंदिर से रवाना होकर एमडी रोड, जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, गणगौरी बाजार, नाहरगढ़ रोड होते हुए गढ़ गणेश मंदिर तक पहुंचेगी।

श्रद्धालु 365 सीढिय़ां चढक़र पहुंचे गढ़ गणेश

जयपुर स्थापना से पूर्व रक्षपाल के रूप में नाहरगढ़ की पहाड़ी स्थित गढ़ गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी को श्रद्धालु उमड़ पड़े। पट खुलने से पूर्व ही श्रद्धालु कतारों में लग गए। श्रद्धालु 365 सीढिय़ां चढक़र मंदिर पहुंचे और पुरुषाकृति के बाल स्वरूप गणपति के दर्शन किए।

मंदिर श्री गीता गायत्री:

गलता गेट स्थित मंदिर श्री गीता गायत्री गणेश मंदिर में पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में प्रथम पूज्य का जन्माभिषेक कर आकर्षक श्रृंगार किया गया। मोदकों और गुड़ धानी का भोग लगाया गया। डंके भी अर्पित किए गए।

परकोटा गणेश मंदिर:

चांदपोल परकोटा गणेश मंदिर में महंत राहुल शर्मा के सान्निध्य में गणेश जन्मोत्सव मनाया गया। गणेश जी महाराज का पंचामृत, केसर जल, केवड़ा जल, गुलाब जल से अभिषेक किया गया।

श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर:

सूरजपोल स्थित श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर में गणेश चतुर्थी पर प्रतिमा का दूध से अभिषेक कर मनोरम श्रृंगार किया गया। पं. नलिन शर्मा के सानिध्य में दुर्वाकुंर अर्पित कर विशेष पकवानों का भोग लगाया गया।

बाबा आत्माराम ब्रह्मचारी गणेश मंदिर:

दिल्ली रोड स्थित बंगाली बाबा आत्माराम ब्रह्मचारी गणेश मंदिर में श्री महागणपति महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान दुग्धाभिषेक, श्रृंगार, पंचामृत अभिषेक, आरती और भजन संध्या के सहित कई धार्मिक आयोजन हुए।

घरों में हुआ द्वारपाल गणेश जी का पूजन:

गणेश चतुर्थी पर घर-घर में मुख्य द्वार के ऊपर विराजित द्वारपाल गणेश जी का भक्ति भाव से पूजन किया गया। प्रतिमा का शुद्ध जल से स्नान कराकर पंचामृत अभिषेक किया गया। सिंदूरी चोला धारण कराकर चांदी की वर्क से श्रृंगार किया गया। चारदीवारी के सभी मुख्य द्वारों पर विराजित गणपति का नगर निगम की ओर से पूजन किया गया। हाल ही निर्मित घर और व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने गणेश चतुर्थी को गणपति की प्रतिमा की स्थापना कर पूजन किया गया।

ठिकाना मंदिर श्री गोविंद के मातहत आमेर रोड कनक घाटी स्थित मंदिर श्री गणेश जी महाराज में गणेश चतुर्थी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

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(Udaipur Kiran)

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