रायपुर, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राजधानी के मरीन ड्राइव में हुई फायरिंग मामले में गिरफ्तार झारखंड गैंगस्टर अमन साव (साहू) को आज पुलिस रिमांड खत्म होने पर गंज थाने की पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमएफसी) कोर्ट में पेश किया। दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद न्यायाधीश ने अमन को 28 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। बताया गया है कि पुलिस ने अमन की और रिमांड नहीं मांगी।
पुलिस के अनुसार अमन ने चार वारदातों में संलिप्तता स्वीकार की है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी क्राइम संजय सिंह समेत 8 अफसरों की टीम अमन साव से पूछताछ की है ।साव ने रायपुर में शंकरनगर में 2023 में हुई फायरिंग, अप्रैल-मई में अग्रसेन चौक के पास फायरिंग की साजिश और पीआरए कंस्ट्रक्शन पर फायरिंग के अलावा 2022 में कोरबा में एक ठेकेदार के दफ्तर में फायरिंग में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। झारखण्ड के गैंगस्टर अमन साव का गिरोह कारोबारियों से रंगदारी की वसूली के लिए इस तरह फायरिंग करके भय का माहौल पैदा करता है।अमन साव झारखण्ड की जेल में बैठ कर वसूली का यह कारोबार संचालित कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि रायपुर के तेलीबांधा स्थित कारोबारी के दफ्तर के बाहर 13 जुलाई को फायरिंग हुई थी। छत्तीसगढ़ पुलिस ने गोलीबारी के पीछे अमन का हाथ होने पर उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर झारखंड से रायपुर लाया है। कोर्ट ने अमन को 19 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा था।पुलिस अब तक उससे 60 अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ कर चुकी है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एडिशनल एसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी संजय सिंह समेत 7 पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की है।अमन साहू ने लॉरेंस बिश्नोई से अपना डायरेक्ट कनेक्शन होने से इंकार किया है।
उल्लेखनीय है कि तेलीबांधा थाने के पास स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के ऑफिस के बाहर 13 जुलाई 2024 को करीब 11 बजे पल्सर बाइक सवार दो शूटरों ने दफ्तर के बाहर पार्किंग एरिया में फायरिंग की। फायरिंग की आवाज सुनकर सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग में 2 से 3 राउंड गोली चलाई। घटना के बाद नकाबपोश शूटर्स मौके से फरार हो गए। इस गोलीकांड मामले में पुलिस ने झारखंड और पंजाब में स्पेशल टीम गठित कर अब तक 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
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(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा