

उत्तरकाशी, 19 मई (Udaipur Kiran) । गंगोत्री नेशनल पार्क देश दुनिया के सैलानियों की पसंदीदा बन रहा है । पार्क के उप निदेशक हरीश नेगी ने बताया कि
गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल को खुले जिसमें अभी तक देश -विदेशों के पर्यटक नेलांग घाटी , गर्तांगली , गौमुख ट्रेक, सात ताल में साढ़े आठ हजार से अधिक सैलानियों ने दीदार कर लिया । इससे पार्क प्रशासन कि 12 लाख से अधिक का राजस्व प्राप्त कर लिया है ।
उप निर्देशक गंगोत्री नेशनल पार्क
ने बताया कि चारधाम यात्रा खुलने से एक माह पहले गंगोत्री नेशनल पार्क के सभी गेटों को खोल दिए थे जिसमें एक माह में देश- विदेशों के पर्यटकों से पार्क प्रशासन को अच्छी आय देखने को मिली है । पर्यटकों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की गई ।
गंगोत्री नेशनल पार्क चुनौतीपूर्ण पैदल यात्राओं, पगडंडियों, कुचली हुई बर्फ, सीटी बजाते जंगल और सरसराहट करती पत्तियों से और भी बढ़ जाता है। बताते चलें कि पार्क के खुलने के बाद, पर्यटकों को एक बार फिर इसके दो सबसे लोकप्रिय आकर्षणों – गर्तांगली और नेलांग घाटी में जाने की अनुमति मिल जाती है ।
गर्तांगली, जो खड़ी चट्टान पर बने अपने ऐतिहासिक लकड़ी के पुल के लिए जानी जाती है, और सुदूर नेलोंग घाटी, जिसे अक्सर उत्तराखंड का लद्दाख कहा जाता है, रोमांच के शौकीनों और प्रकृति प्रेमियों को समान रूप से आकर्षित करती है। फिर से खुलने के साथ, अधिकारियों ने पर्यटकों के लिए एक सहज और सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपाय और आगंतुक दिशानिर्देश लागू किए गए है ।
पार्क में दुर्लभ वन्य जीव हिम तेंदुए,कस्तूरी मृग है आकर्षण का केंद्र
उत्तरकाशी ज़िले में स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क 2,390 वर्ग किमी क्षेत्रफल पर विस्तारित है।
150 पक्षी प्रजातियाँ और लगभग 15 स्तनधारी प्रजातियाँ भी हैं। यहाँ हिमालयन बारबेट, आइबेक्स, टाइगर, थार, सीरो, तीतर, तीतर, कबूतर, तोता, बुलबुल आदि भी पाए जाते हैं।
इस क्षेत्र में एक उपयुक्त जलवायु है जो कुछ दुर्लभ जानवरों की प्रजातियों के पनपने के लिए बहुत बढ़िया है जैसे कि हिम तेंदुए, काले भालू, भूरे भालू, कस्तूरी मृग, नीली भेड़ या भारल, हिमालयी तहर, हिमालयी मोनाल, कोक्लास और हिमालयी स्नोकॉक आदि जानवर देखने को मिलते है ।
(Udaipur Kiran) / चिरंजीव सेमवाल
