–एक्यूप्रेशर संस्थान का 26वाँ राष्ट्रीय सम्मेलन सम्पन्न
प्रयागराज, 21 नवम्बर (Udaipur Kiran) । एक्यूप्रेशर विधा के परिणाम चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। इसके परिणाम चमत्कारिक हैं। सस्ती और सरल विधा होने के कारण हर किसी के लिए पहुंच में भी है।
उक्त विचार महापौर गणेश केसरवानी ने गुरूवार को झूंसी में आयोजित एक्यूप्रेशर संस्थान के 26वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दीक्षान्त समारोह के समापन अवसर पर प्रशिक्षुओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया।
समापन समारोह में आज कई प्रदेशों से आए एक्यूप्रेशर विशेषज्ञों को प्रवक्ता और एसोसियेट प्रोफेसर के रुप में नियुक्त किया गया। जो अपने-अपने क्षेत्रों में इस विधा को उपचार, प्रशिक्षण आदि के द्वारा स्वास्थ्य और स्वरोजगार के लिए प्रयोग करेंगे। इस अवसर पर स्थानीय वरिष्ठ उपचारकों को सम्मानित भी किया गया।
छह दिन के इस राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में आए प्रशिक्षुओं एवं विशेषज्ञों को अध्यक्ष जे.पी. अग्रवाल ने एक्यूप्रेशर परिवार का सदस्य घोषित किया। उन्होंने सभी के उत्तम भविष्य की कामना की। उन्होंने असाध्य रोगों के अतिरिक्त बदलते मौसम में बीमारियों से बचने के उपाय, प्लेटलेट्स, एलर्जी आदि से बचने के लिए सामान्य बिन्दु बताए, जिससे इस मौसम की समस्या हमें कम प्रभावित करें।
निदेशक ए.के. द्विवेदी ने संस्थान की प्रगति एवं भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। महासचिव एमएम कूल ने महाविद्यालय में चलाए जा रहे एक्युप्रेशर कोर्स की उपयोगिता और कुम्भ में संस्थान द्वारा लगाए जाने वाले उपचार शिविरों की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान डॉ. दीपक अग्रवाल, डॉ. कुशाग्र अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रुप में तथा एस.एस सराफ, रामकुमार शर्मा, विशाल, सुनील मिश्रा, अभय, रमोला मदनानी, अनिल शुक्ला, नैना सिंह, संगीता वर्मन सहित बड़ी संख्या में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से एक्यूप्रेशर प्रशिक्षक मौजूद थे।
—————
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र