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लोक कला, संस्कृति के संरक्षण के लिए गण और तंत्र मिलकर कार्य करें : राज्यपाल पटेल

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने रवींद्र भवन में आयोजित लोकरंग महोत्सव को संबोधित किया
साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत
साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत
साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत
साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत
साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के परेड में शामिल सैन्य और असैन्य दलों के विजेताओं को पुरस्कृत किया
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के परेड में शामिल सैन्य और असैन्य दलों के विजेताओं को पुरस्कृत किया

– राज्यपाल ने गणतंत्र के उत्सव लोकरंग का किया शुभारंभ, साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत

भोपाल, 26 जनवरी (Udaipur Kiran) । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि हमारे प्रदेश की सांस्कृतिक जड़ें बहुत मजबूत हैं और सदियों से संरक्षित है। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि लोक-संस्कृति, कलाओं के संरक्षण एवं प्रोत्साहन प्रयासों के लिए गण और तंत्र मिलकर कार्य करे।

राज्यपाल पटेल रविवार देर शाम भोपाल के रविन्द्र भवन में आयोजित गणतंत्र के उत्सव लोकरंग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं भी दीं। राज्यपाल पटेल ने कार्यक्रम में देश-प्रदेश के 14 साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया। इसके साथ ही उन्होंने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह के विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया।

राज्यपाल ने संस्कृति विभाग द्वारा तैयार किये गये घुमंतु जनजातियों के भाषाकोष की वेबसाइट और पुस्तकों का लोकार्पण किया, साथ ही दुर्लभ वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने जनजातीय और लोक कला के विविध पक्षों पर केन्द्रित आयोजनों के लिए संस्कृति विभाग को बधाई दी।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार, देश के सांस्कृतिक अभ्युदय के नए युग में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक पुनर्जागरण के संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने हमारे गौरवशाली अतीत के वैभव को संरक्षित करते हुए युवाओं और भावी पीढ़ी को जोड़ने और सांस्कृतिक आयोजनों में जनजातीय एवं ग्रामीण अंचल की प्रतिभाओं को प्रदर्शन का अवसर देने राज्य सरकार की सराहना की। राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय खजुराहो नृत्य उत्सव की स्वर्ण जयंती और तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष के सफल आयोजन, ताल दरबार, कत्थक कुम्भ, उज्जैन डमरू वादन, गीता पाठ और शास्त्रीय बैण्ड वादन के गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का जिक्र भी किया।

राज्यपाल ने कहा कि हमारी बहुरंगी लोक जीवन की मान्यताएं, नैतिक मूल्य और जीवन दर्शन, हजारों वर्षों की हमारी लोक संस्कृति की निरंतरता का विशाल खजाना है। सांस्कृतिक आयोजन कला, संस्कृति के विभिन्न स्वरूपों और आयामों की निरंतरता को पीढ़ी दर पीढ़ी प्रवाहित करते हैं। हमारी सांस्कृतिक विविधताओं में निहित भावनात्मक एकता से परिचय करा कर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीयता को मज़बूत बनाते हैं। उन्होंने युवाओं से अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए जनजातीय सेनानियों के अदम्य शौर्य, साहस, त्याग और बलिदान से प्रेरणा लेकर विकसित भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध होने का आव्हान किया।

राष्ट्रीय सम्मान से किया अलंकृत

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने साहित्य, कला, संस्कृति के क्षेत्र में सुदीर्घ साधना एवं उत्कृष्ट कार्यों के लिए विभूतियों को शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया। उन्होंने वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान विवेकानंद नीडम संस्था ग्वालियर और वर्ष 2023 के लिए भारत भारती शिक्षा समिति, बैतूल को प्रदान किया। वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय कबीर सम्मान से रामदरश मिश्र और वर्ष 2023 के लिए लीलाधर जगूड़ी को प्रदान किया। वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान डॉ. देवेन्द्र दीपक और वर्ष 2023 के लिए नीरजा माधव को प्रदान किया। वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय देवी अहिल्या बाई सम्मान हेमलता उपाध्याय और वर्ष 2023 के लिए गीता त्यागी को प्रदान किया। वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान कैलाशचंद्र पंत और वर्ष 2023 के लिए डॉ. प्रभात कुमार भट्टाचार्य को प्रदान किया। वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय तुलसी सम्मान राघवराज भट्ट और वर्ष 2023 के लिए दिनेशचंद्र कुम्हार को प्रदान किया। वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय नानाजी देशमुख सम्मान मातृछाया संस्था भोपाल और वर्ष 2023 के लिए सोपानम इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स एण्ड रिसर्च तिरुअनंतपुरम को प्रदान किया।

गणतंत्र दिवस समारोह विजेताओं को पुरस्कृत किया

राज्यपाल ने समारोह में गणतंत्र दिवस में शामिल परेड सैन्य दल श्रेणी में प्रथम केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, द्वितीय स्पेशल टास्क फोर्स और तृतीय- केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल को प्रदान किया। असैन्य दल श्रेणी में प्रथम भूतपूर्व सैनिक, द्वितीय एन.सी.सी. सीनियर बॉयज और तृतीय पुरस्कार एन.सी.सी. सीनियर गर्ल्स को प्रदान किया। स्कूली प्रस्तुति में प्रथम शासकीय पीएमश्री महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भेल, शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मिसरोद, शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शिवाजी नगर, शासकीय सीएम राइज महात्मा गांधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरखेड़ा, द्वितीय अशासकीय हेमा हायर सेकेण्डरी स्कूल गोविन्दपुरा भोपाल और तृतीय अशासकीय सेंट पॉल को-एड हायर सेकेण्डरी स्कूल आनंद नगर भोपाल को प्रदान किया। लोकनृत्य में प्रथम कोरकू जनजाति के गदली-थापटी लोकनृत्य और द्वितीय गोण्ड जनजाति के ठाट्या लोक नृत्य को प्रदान किया। झाँकियों में प्रथम संस्कृति विभाग की राजा भोज प्रभाग महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, द्वितीय वन विभाग और तृतीय जनजातीय कार्य विभाग को पुरस्कार प्रदान किया।

राज्यपाल पटेल का कार्यक्रम में पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। संस्कृति, विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. शिवशेखर शुक्ला ने लोकरंग के विभिन्न आयोजनों को विस्तार से बताया। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा लोक कला, संस्कृति और कलाकारों के संरक्षण, संवर्द्धन और प्रोत्साहन प्रयासों की जानकारी भी दी। इस अवसर पर संस्कृति संचालक एनपी नामदेव, लोक कलाकार, अलंकृत विभूतियां और बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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