जयपुर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran) । सेज थाना इलाके में अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से छलांग लगाकर मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि हॉस्टल वार्डन से परेशान होकर युवती से आत्महत्या की है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। पुलिस ने मृतक छात्रा के परिजनों के बयान दर्ज कर हॉस्टल के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
जांच अधिकारी एएसआई प्रवीण कुमार ने बताया कि कोटा के ओम अर्बन हाइट्स सुभाष नगर निवासी 19 वर्षीय दिव्यांशी ने आत्महत्या है जो सांगानेर के साईपुरा में स्थित डॉ. एमपीके होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी। दिसम्बर 2023 से कॉलेज कैंपस में बने गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। 29 अगस्त की शाम वह अपने मामा-मामी के साथ उनके महिंद्रा सेज स्थित घर आई थी। उसके मामा सातवीं फ्लोर स्थित फ्लैट में रहते हैं। जिसने कुछ बाद ही फ्लैट की लॉबी से नीचे छलांग लगा दी। ग्राउंड फ्लोर पर गिरते ही धमाके की आवाज से लोग अपने फ्लैट से बाहर आ गए। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने गंभीर हालत में दिव्यांशी को नजदीक स्थित अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद दिव्यांशी को सीके बिरला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। देर रात इलाज के दौरान दिव्यांशी की मौत हो गई। मेडिकल सूचना पर पुलिस हॉस्पिटल पहुंची और अगले दिन पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को मोर्चरी में भिजवाया। इधर दिव्यांशी के मामा जयंत कलवार ने हॉस्टल वार्डन व कॉलेज प्रशासन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
मृतका के मामा जयंत कलवार ने रिपाेर्ट में बताया कि 29 अगस्त की शाम दिव्यांशी की मां सुनीलती का कोटा से फोन आया था कि हॉस्टल वार्डन ने उन्हें फोन कर कहा कि दिव्यांशी को हॉस्टल से निकाल रहे हैं। आप उसे जयपुर आकर हॉस्टल से तुरंत ले जाएं। बहन सुनीलती के कहने पर शाम पत्नी को साथ लेकर दिव्यांशी के हॉस्टल पहुंचा। हॉस्टल वार्डन सीमा मीणा से मिलने पर उन्होंने दिव्यांशी के खिलाफ शिकायतें करनी शुरू कर दीं। कॉलेज की लड़कियों के सामने दिव्यांशी को बुलाकर बदतमीजी से बात करने लगीं। दिव्यांशी को धमकाते हुए कहा कि वह इस लड़की को हॉस्टल में नहीं रखेगी। सार्वजनिक रूप से प्रताड़ित करने के चलते दिव्यांशी को सदमा लगा। इसके बाद दिव्यांशी को लेकर हॉस्टल से घर जाने के लिए निकले। रास्ते में बार-बार पूछने पर दिव्यांशी बस इतना ही बोल पाई कि उसे क्यों टारगेट किया जा रहा है। फ्लैट पर आने के बाद दिव्यांशी को शांति से बैठाया। सब्जी खरीदने के लिए वह फ्लैट से निकले और दिव्यांशी की मामी चाय बनाने चली गई। पीछे से मौका मिलते ही दिव्यांशी ने फ्लैट से बाहर आकर लॉबी से छलांग लगा दी।
—————
(Udaipur Kiran)