ऊना, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । ऊना जिला के एक पूर्व विधायक और उसके दो करिंदो पर सरकारी ठेका दिलाने के नाम पर आठ लाख की ठगी करने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने इस सम्बन्ध में मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। उक्त विधायक ने पहले कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था और बाद में भाजपा में शामिल हुए थे। जबकि इसके बाद हुए उपचुनावों में हार गए थे। भद्रकाली गांव के एक ठेकेदार ने लोक निर्माण विभाग में काम दिलाने की एवज में आठ लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के संगीन आरोप लगाकर गगरेट पुलिस थाना में धोखाधड़ी व आपराधिक षड़यंत्र रचने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया है। आरोप है कि लोक निर्माण विभाग में ठेके दिलाने की एवज में आठ लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है।
सरकारी ठेकेदार सुरेंद्र कुमार भोला ने पुलिस को दी लिखित शिकायत में कहा है कि जनवरी 2024 में वह तत्कालीन विधायक से उनके निवास स्थान में मिला था। मैंने विधायक को लोक निर्माण विभाग में कोई काम दिलाने का आग्रह किया। जिस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में वह उनके सहयोगी महेश व हर्षित से मिले। मैं उन्हें बोल देता हूं वे जैसा कहें आप वैसा करें। सुरेंद्र कुमार भोला के अनुसार विधायक के कहे अनुसार पहली फरवरी वर्ष 2024 को वह सुबह के समय तत्कालीन विधायक के निवास स्थान पर जाकर उनके सहयोगियों से मिला। जिस पर उन्होंने कहा कि काम तो तुम्हें दिलवा देंगे लेकिन काम के बदले उसे आठ लाख रुपये देने होंगे। महेश व हर्षित ने उसे एसबीआई का अकाउंट नम्बर दिया और कहा कि छह लाख रुपये इसमें डाल दो और दो लाख रुपये कैश देने होंगे। उसने घर आकर दो लाख रुपये का प्रबंध किया। उसी दिन उनके कहने पर अकाउंट में केनरा बैंक की दौलतपुर चौक शाखा से छह लाख रुपये अकाउंट में डाल दिए व दो लाख रुपये तत्कालीन विधायक के घर जाकर नकद दिए।
सुरेंद्र कुमार भोला का आरोप है कि पैसे देने के बावजूद उसे लोक निर्माण विभाग में कोई ठेका नहीं दिलाया गया। उसने कई बार इस विषय में इनसे बात की लेकिन जब जब कोई बात सिरे नहीं चढ़ी तो अब ये तीनों पैसे भी वापिस नहीं दे रहे हैं। सुरेंद्र कुमार भोला का आरोप है कि इन्होंने आपराधिक षड़यंत्र रचकर मेरे साथ बेइमानी की नियत से धोखाधड़ी की है।
उधर डीएसपी डा. वसुधा सूद का कहना है कि शिकायत के आदार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है व मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
—————
(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल