
मुरादाबाद, 24 मई (Udaipur Kiran) । महानगर के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स से स्टाफ के व्यक्ति ने मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग ऑफिसर पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख रुपये ठग लिए। कुछ दिन तक टालमटोल करता रहा दबाव पड़ने पर फर्जी नियुक्ति पत्र मेल पर भिजवा दिया। मेडिकल कॉलेज में जाकर पता चला कि वह फर्जी नियुक्ति पत्र है तब उसे ठगी का एहसास हुआ। रुपये मांगे तो जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
कोतवाली क्षेत्र के गांव टांडा अफजल निवासी राखी पुत्री हर फूल सिंह ने पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि वह मुरादाबाद के सिविल लाइन स्थित कासमास अस्पताल में स्टाफ नर्स है। वहीं पर अमरोहा के गांव शादीपुर पोस्ट कोठी खिदमतपुर निवासी आदित्य कुमार यादव पुत्र अरविंद कुमार यादव भी उसी के साथ नौकरी करता था। स्टाफ के नाते उसने कहा कि मेडिकल साइंस सैफई इटावा में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर भर्तियां निकली है, तुम फॉर्म भर दो। उसने अपना फॉर्म भर दिया। कुछ दिन बाद आदित्य ने फोन पर बताया कि उसके रिश्तेदार बड़े नेता हैं उनसे अच्छी सेटिंग है। पांच लाख रुपये दे दो तो मैं सरकारी नौकरी लगवा दूंगा। उसने झांसे में आकर अपनी शादी के लिए एकत्र तीन लाख रुपये आदित्य को भाई ऋषभ कुमार के खाते से अलग-अलग तारीखों में भेज दिए।
काफी समय बीतने पर आरोपित से पूछा तो उसने अश्लील बातें शुरू कर दी। भाई ऋषभ से भी गाली गलौज की। इसी दौरान युवक ने एक फर्जी नियुक्त पत्र उसे मेल कर दिया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर पत्र को फर्जी बताया गया। तब उसने रुपये मांगे तो काफी टहलाने के बाद उसने एक चेक थमा दिया । बैंक में चेक भी फर्जी निकला। रुपये मांगे तो उसको और उसके भाई को जान से मारने की धमकी दे डाली।
सिविल लाइन सर्किल के क्षेत्राधिकारी कुलदीप गुप्ता ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
