मोदी-योगी महाकुम्भ के प्रमुख यजमान, संतों को दक्षिणा में दें ‘सनातन बोर्ड’ : देवकीनंदन ठाकुरजी महाराजदेवकीनंदन महाराज द्वारा आयोजित सनातन धर्म संसद में मिलेगा, सनातन बोर्ड का प्रारूप
मथुरा, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । सनातन न्यास फाउंडेशन अध्यक्ष देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज द्वारा ‘सनातन बोर्ड’ प्रारूप एवं गठन के लिये चौथी ‘सनातन धर्म संसद’ का आयोजन प्रयाग महाकुंभ में किया जाएगा । धर्म संसद में 13 अखाड़ों के साधु संतों सहित जगद्गुरू शंकराचार्य, कथाकार एवं धर्माचार्य आदि शामिल होकर सनातन बोर्ड के प्रारूप का निर्णय करेंगे । धर्म संसद की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर वृन्दावन लौटे देवकीनंदन महाराज ने शुक्रवार को गोवर्धन में गिर्राज शिला का पूजन कर ‘सनातन बोर्ड’ के लिये प्रार्थना की ।
‘सनातन बोर्ड गठन’ के लिये मुहिम चला रहे धर्मगुरू देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज द्वारा 27 जनवरी को प्रयाग महाकुंभ में ‘सनातन धर्म संसद’ बुलाई गयी है । इससे पूर्व प्रमुख संत-धर्माचार्यों से मिलकर सनातन बोर्ड प्रारूप पर सुझाव एवं सहयोग लिया जा रहा है । संसद में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्तिकरण, तिरूपति प्रसाद में मिलावट के दोषियों को सजा सहित सनातन धर्म से जुड़े अन्य प्रमुख विषयों पर भी चिंतन मंथन होगा ।
शुक्रवार को देवकीनंदन महाराज ने गोवर्धन की गिर्राज तलहटी में दुग्धाभिषेक पूजन कर सनातन बोर्ड के लिये प्रार्थना की । इसके पश्चात वृन्दावन के प्रियाकान्तजु मंदिर पहुंचे देवकीनंदन महाराज ने कहा कि महाकुम्भ सनातन का सबसे से बड़ा आयोजन है । करोड़ों सनातनियों के प्रयाग महाकुम्भ में मुख्य यजमान के रूप में नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी व्यवस्थायें बना रहें हैं । उन्हें यहां आये संत-महंत, धर्माचार्य, ब्राहम्ण, कथा प्रवक्ता, धर्मगुरू और सनातनियों के लिये ‘सनातन बोर्ड’ का गठन करना चाहिये, यही कुम्भ में सबसे बड़ी दक्षिणा होगी ।
उन्होने कहा कि धर्म संसद में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी के साथ सभी 13 अखाड़ों, जगद्गुरु शंकराचार्य, प्रमुख संत, कथाकार, धर्माचार्यों, विद्वतजनों एवं सनातनी विचारकों के सानिध्य में सनातन बोर्ड का प्रारूप प्रस्तुत कर सनातनियों की भावना व्यक्त की जाएगी । जिससे सनातन से जुड़ी चिंताओं के समाधान के लिए ‘सनातन बोर्ड’ का गठन किया जा सके ।
कुंभ क्षेत्र में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरी, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी, संत नवलकिशोर दास, संत पीपा द्वाराचार्य बलराम दास महाराज, मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्र दासजी महाराज आदि सहित प्रमुख संतों को सनातन धर्म संसद का निमंत्रण पत्र सौंपा है।
प्रियाकान्तजु मंदिर मीडिया प्रभारी जगदीश वर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि देवकीनंदन महाराज द्वारा प्रयाग के सेक्टर 17, संगम लोअर मार्ग (पश्चिमी पटरी), महाकुम्भ मेला में 20 जनवरी से 12 फरवरी तक श्रीमद्भागवत कथा सहित अन्य धार्मिक आयोजन होंगे । इसमें प्रमुख रूप से 27 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे से चौथी ‘सनातन धर्म संसद’ आयोजित की जाएगी ।
धर्म संसद में प्रमुख रूप से मथुरा में अतिक्रमण मुक्त श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर निर्माण, मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, वक्फ बोर्ड के असंवैधानिक अधिकार, तिरुपति प्रसाद के दोषियों को सजा, बांग्लादेश जैसे दूसरे देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, जनसंख्या नियंत्रण कानून, अश्लील फिल्म, कॉमेडी, देवी देवताओं के अपमान, ईशनिंदा कानून जैसे विषयों पर विचार रखे जाएंगे ।
(Udaipur Kiran) / महेश कुमार