Uttar Pradesh

चार साल के शिवनंदन को मिला नया जीवन, दिल में छेद का सफल ऑपरेशन

आपरेशन के बाद स्वस्थ शिवनंदन : फोटो बच्चा गुप्ता

वाराणसी,05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । दिल में छेद की बीमारी से बेहाल चार साल के शिवनंदन को नया जीवन मिला है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत शिवनंदन के दिल में छेद का सफल आपरेशन सत्य साईं हार्ट केयर सेंटर नवी मुंबई में हुआ। आपरेशन सफल होने पर बालक के परिजनों ने सरकार और आरबीएसके कार्यक्रम का आभार जताया। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने भी चार साल के बच्चे के दिल में छेद के सफल ऑपरेशन के लिए आरबीएसके बड़ागांव टीम के प्रयास की सराहना की।

नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ संजय राय ने बताया कि आरबीएसके के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में जनपद में कुल 16 बच्चों का दिल में छेद (पैदाइशी हृदय के वाल्व की बीमारी) का सफल ऑपरेशन हुआ। जबकि वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 12 बच्चों का दिल में छेद का सफल ऑपरेशन हो चुका है। सभी बच्चे स्वस्थ हैं। छह अन्य बच्चों का ऑपरेशन आगामी छह माह में होगा।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और केंद्र सरकार की ओर से गरीब और निर्धन परिवार में जन्मजात विकृत से 18 वर्ष तक के बीमार बच्चों के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है। आरबीएसके के तहत जन्मजात हृदय रोग, कटे होंठ-तालू, बहरापन, टेड़े-मेढ़े पैर, न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट समेत 40 से अधिक की बीमारियों को शामिल किया गया है। ऐसे बच्चों की असमय मृत्यु को कम करने के साथ उन्हें सामान्य जीवन व्यतीत करने में आरबीएसके अहम भूमिका निभा रहा है। बड़ागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आरबीएसके की टीम ने मई माह में सीतापुर आंगनबाड़ी पर भ्रमण किया। बच्चों की हेल्थ स्क्रीनिंग के दौरान चार वर्षीय बच्चा शिवनन्दन पुत्र उदल दिल में छेद से पीड़ित मिला, जिसकी जानकारी टीम के नोडल डॉ रितेश गुप्ता ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आरबीएसके के नोडल अधिकारी एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ शेर मोहम्मद को दी।

डॉ रितेश गुप्ता ने शिव के पिता से कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है। उनके बच्चे का निःशुल्क ऑपरेशन हो जायेगा। तत्पश्चात शिव की फ़ाइल तैयार करके उसको छत्तीसगढ़ भेजा गया। लेकिन वहाँ किसी जटिलता के कारण ऑपरेशन के लिए श्री सत्य साईं हार्ट केयर सेंटर नवी मुंबई में भेजा गया, जहाँ उसे भर्ती कर निःशुल्क ऑपरेशन किया गया।

(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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