हरिद्वार, 14 मई (Udaipur Kiran) । नगर निगम हरिद्वार के बहुचर्चित भूमि खरीद घोटाले में जांच प्रक्रिया के बीच एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चल रही जांच से पहले ही भूमि बेचने वाले एक विक्रेता धनपाल सिंह (70) की मौत हो गई। जांच अधिकारी को बुधवार को उनसे पूछताछ करनी थी।
गौरतलब है कि 33 बीघा भूमि की खरीद में कूड़ा निस्तारण केंद्र के विस्तार के नाम पर सर्किल रेट से पांच गुना ज्यादा कीमत पर कृषि भूमि को व्यावसायिक भूमि बताकर खरीदा गया, जिससे करीब 54 करोड़ रुपये की डील सामने आई।
54 करोड़ रुपये में इस भूमि की खरीद को लेकर मचे बवाल के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएएस रणवीर सिंह की अगुवाई में कमेटी गठित कर दी थी। प्रारंभिक जांच से पहले ही नगर निगम के चार अधिकारी- कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था, जबकि सेवा विस्तार पाने वाले एक लिपिक की सेवाएं समाप्त कर दी गई थी।
घोटाले की जांच शुरू होने के बाद जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, तत्कालीन नगर आयुक्त आईएएस वरुण चौधरी, एसडीएम सदर अजयवीर सिंह समेत कई अधिकारियों के बयान दर्ज हो चुके हैं।
जांच अधिकारी को बुधवार को इस मामले में भूमि बेचने वालों से पूछताछ करनी थी, किंतु मंगलवार को नगर निगम को भूमि बेचने वाले विक्रेता धनपाल सिंह 70 वर्ष की मौत हो गई। विक्रेता की अचानक मृत्यु से मामले में नई जटिलता उत्पन्न हो गई है और जांच की दिशा प्रभावित हो सकती है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
