कोकराझार (असम), 28 जनवरी (Udaipur Kiran) ।कोकराझार के 4 नंबर बाउखुंगूरी विधान सभा क्षेत्र (एलएसी) के तहत आयोजित झूमुर बिनंदिनी कार्यशाला का उद्घाटन आज कार्यकारी पार्षद (ईएम) विल्सन हसदा द्वारा किया गया। यह सांस्कृतिक कार्य मामलों विभाग, असम सरकार की एक महत्वाकांक्षी सांस्कृतिक पहल की शुरुआत का प्रतीक है। 31 जनवरी को समाप्त होने वाली चार दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य पारंपरिक झूमुर नृत्य और संबंधित प्रथाओं के माध्यम से असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना, संरक्षण करना और उसे बढ़ावा देना है।
इस कार्यशाला में झूमुर, असम की सांस्कृतिक पहचान से गहराई से जुड़ी एक पारंपरिक नृत्य शैली, के महत्व को रेखांकित किया गया है। इसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों के प्रतिभागियों को इस बहुमूल्य कला रूप को सीखने और अपनाने के लिए एक साथ लाया गया है।
उद्घाटन समारोह के दौरान, बीटीसी के कार्यकारी पार्षद विल्सन हासदा ने प्रतिभागियों से बातचीत की और उनकी उत्सुकता और क्षेत्रीय परंपराओं को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने इस प्रकार की पहलों की भूमिका पर जोर दिया, जो सांस्कृतिक जीवंतता को संरक्षित करने और कौशल विकास को बढ़ावा देने में सहायक हैं।
कार्यक्रम में सहायक आयुक्त ध्रुवज्योति दास, अन्य अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया और इस कार्यक्रम को अपना समर्थन दिया।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा