बीकानेर, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास ने कहा है कि पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने पैंतालीस साल की राजनीति में कुछ काम किया होता तो शहर में इतने गड्ढे नहीं होते। जनता ने उन्हें पिछले चार में से तीन चुनावों में आईना दिखाया, फिर भी डॉ. कल्ला वास्तविकता समझना नहीं चाहते हैं। मुझसे एक साल का हिसाब मांगने से पहले डॉ. कल्ला अपने राजनीतिक जीवन में किए गए कार्यों का लेखा-जोखा रखे। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती बीजेपी राज में डॉ. कल्ला जिन मुद्दों पर भूख हड़ताल पर बैठे थे, पांच साल के राज के दौरान उनमें से किसी एक समस्या का समाधान भी करवाया हो तो बताएं। वे केवल राजनीति में जिंदा रहने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब डॉ. कल्ला वर्तमान सरकार के एक साल के कार्यकाल में कुछ नहीं होने का आरोप लगा रहे थे, तभी शहर की जनता बीकानेर विकास प्राधिकरण के नोटिफिकेशन की खुशियां मना रही थी। विधायक ने कहा है कि सरकार के कार्यकाल के आखिरी दौर में कोटगेट अंडरपास की घोषणा और बिना पद छह छह करोड़ के अस्पताल भवन बनवाना, वास्तव में डॉ. कल्ला की राजनीतिक दूरदर्शिता की कमी के सिवाय कुछ नहीं है।
डॉ. कल्ला द्वारा किए गए सवालों का जवाब देते हुए विधायक व्यास ने कहा कि शहर को पैंतालीस सालों में दिए गए गड्ढों को भरने में थोड़ा समय लगेगा। यह काम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार बखूबी करेगी। सरकार के एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों से आमजन खुश है। यह बात कांग्रेस और डॉ. कल्ला को हजम नहीं हो रही।
विधायक ने कहा कि डॉ. कल्ला विपक्ष में होने की रस्म अदायगी में प्रेस वार्ता करने से पहले यह जानना भूल गए कि मेरे विधानसभा में बोलने के पांचवें दिन मुख्यमंत्री ने बीकानेर के लिए बीडीए की घोषणा की। यह कैबिनेट में पास हो चुका है और इसका नोटिफिकेशन भी जारी हो गया है। आने वाले चार सालों में यह बीकानेर का नक्शा बदल देगा। उन्होंने कहा कि डॉ. कल्ला ने कोटगेट रेलवे फाटकों की समस्या के समाधान के लिए कभी प्रयास हो नहीं किए। जिंदगी भर बाईपास की पैरवी करने वाले कल्ला ने आचार संहिता लागू होने से कुछ समय पूर्व बिना किसी ठोस योजना अंडरपास की घोषणा करवाई। उन्होंने कहा कि मैने इसके लिए रेलवे के महाप्रबंधक, डीआरएम और जिला कलेक्टर स्तर पर इससे संबंधित चर्चा की है। सर्वश्रेष्ठ विकल्प के अनुसार आमजन को इस समस्या से छुटकारा दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए पहली बार 100 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। इसकी डीपीआर बन रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी क्षेत्र के सड़कों की हालत सुधारने के लिए नगर निगम और यूआईटी ने लगभग आठ करोड़ के काम किए हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार शहरी क्षेत्र में दो रोजगार मेले लगाए और डेढ़ हजार युवाओं को रोजगार दिया है। डॉ. कल्ला विधायक सेवा केंद्र की जिस हेल्पलाइन का झांसा देकर वर्ष 2018 का चुनाव जीते, वह हेल्पलाइन पांच साल तक जारी ही नहीं हुई। जबकि वर्तमान में विधायक सेवा केंद्र में प्रतिदिन तीन घंटे जनसुनवाई हो रही है।
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(Udaipur Kiran) / राजीव