
पौड़ी गढ़वाल, 9 जून (Udaipur Kiran) । विकासखण्ड रिखणीखाल के अंतर्गत राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुमाल्डी में आधारशिला संस्थान के तत्वाधान में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में सेमिनार एवं जनजागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राज्यपाल व पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने सर्वप्रथम विभागीय स्टाॅलों का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। हमें अपनी भावी पीढ़ियों को एक स्वच्छ, हरा-भरा और सुरक्षित वातावरण देने की जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से जन-जागरूकता अत्यंत सराहनीय प्रयास है। उन्होंने आधारशिला संस्थान एवं जिला प्रशासन को इस पहल के लिए बधाई देते हुए सभी से पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यक्तिगत व सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया।
उन्होंने पलायन को लेकर कहा कि आजीविका के लिए उद्यम व परिश्रम जरूरी है, आप जहां भी काम करो, लेकिन अपने गांव से जरूर जुड़े रहें।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में शिविरों के माध्यम से आमजन की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पं. राजेन्द्र प्रसाद अंथवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी परंपरागत जीवनशैली को पुनर्जीवित करते हुए प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग करना होगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवन्त, उपजिलाधिकारी लैंसडौन शालिनी मौर्य, आधारशिला संस्थान के अध्यक्ष नरेश चंद्र घिल्डियाल, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. वीके यादव, मुख्य पशु-चिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. आदिल अली, महाप्रबंधक उद्योग सोमनाथ गर्ग, थानाध्यक्ष रिखणीखाल संजय सिंह असवाल आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / कर्ण सिंह
