नई दिल्ली, 08 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली सचिवालय में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता कर दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण का जो स्तर है, यह बिल्कुल अनुकूल समय है, जो हमें इस बात का एहसास कराता है कि दिल्ली में अधिक से अधिक पेड़ों की कितनी जरूरत है I उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ आज सरकारें, विभिन्न एनजीओ, स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे पेड़ लगा रहे हैं, वृक्षारोपण कर रहे हैं, वहीं राजधानी दिल्ली में एक एनजीओ के द्वारा पेड़ों को काटने का एक मामला उठाया गया। जिसके अंतर्गत राजधानी दिल्ली के सतबड़ी इलाके में एक वन्य क्षेत्र में केंद्र सरकार की डीडीए द्वारा चोरी छिपे 1670 पेड़ों को बिना सुप्रीम कोर्ट की परमिशन के गैरकानूनी तरीके से काट दिया गया I उन्होंने कहा हालांकि उपराज्यपाल के कार्यालय से और डीडीए की ओर से यह बात कही जा रही है कि 1100 पेड़ नहीं बल्कि 642 पेड़ काटे गए हैं I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस रिपोर्ट के मुताबिक छतरपुर के सतबड़ी वन्य क्षेत्र में लगभग 1670 पेड़ काटे गए I उन्होंने कहा कि हम तो केवल 1100 पेड़ काटे जाने की ही बात कह रहे थे, लेकिन सर्वे के मुताबिक उससे भी अधिक पेड़ काटे गए हैं I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा हालांकि डीडीए ने फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट को भी गलत बताते हुए यह कहा, क्योंकि रोड को चौड़ा करने की एलाइनमेंट बदल दी गई थी इसीलिए यह सर्वे रिपोर्ट सही नहीं हैI
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने डीडीए की इसी बात का समर्थन करते हुए कहा कि हम भी पिछले कई महीनों से लगातार इसी बात को कह रहे हैं कि उस सड़क के एक तरफ वन्य क्षेत्र है और दूसरी तरफ बड़े-बड़े फार्म हाउस बने हुए हैं, उन्होंने कहा कि कुछ फार्म हाउस के मालिकों को लाभ पहुंचाने के लिए डीडीए ने सड़क के चौड़ीकरण की एलाइनमेंट को बदलकर जहां सड़क फार्म हाउस की तरफ से चौड़ी की जानी थी, उसके बदले वन्य क्षेत्र की तरफ पेड़ों को कटवाकर सड़क चौड़ी करने का काम किया गया I
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी