
देहरादून, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा है कि उत्तराखंड में वियतनाम की तर्ज पर काष्ठ उद्योग को रोजगार के एक बड़े संसाधन के रूप में विकसित किया जाएगा। वियतनाम और कंबोडिया के छह दिवसीय भ्रमण के बाद लौटे वन मंत्री ने बताया कि इन देशों ने काष्ठ आधारित उद्योगों को सशक्त बनाकर बड़े पैमाने पर फर्नीचर और लकड़ी के अन्य उत्पादों का निर्यात शुरू किया है, जिससे वहां स्थानीय लोगों को व्यापक स्तर पर रोजगार मिला है।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि उत्तराखंड में काष्ठ पर आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सटीक योजना तैयार की जाएगी। इस संबंध में वन विकास निगम के अधिकारियों निर्देश भी जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमण्डल के अनुभवों के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र तैयार की जाएगी, जिसमें वन व वन आधारित उद्योगों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार सृजन, प्राकृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों के प्रबंधन, वन व वन्य जीव संरक्षण के साथ ईको पर्यटन प्रबंधन जैसे विषयों पर नई दिशा से कार्य किया जाएगा। वन मंत्री ने कंबोडिया व वियतनाम के प्रवासियों से उत्तराखंड के विकास में सहयोग की अपील की है।
इस प्रतिनिधिमंडल में विधायक आदेश चौहान मनोज तिवारी, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. समीर सिन्हा व प्रबंध निदेशक गिरिजा शंकर पांडे शामिल रहे।
(Udaipur Kiran) / Vinod Pokhriyal
