
जयपुर, 23 मार्च (Udaipur Kiran) । स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने वनरक्षक पेपर लीक मामले में गिरफ्तार पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और पूर्व कांग्रेसी पार्षद को एसओजी ने कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 9 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस और एसओजी वी.के सिंह ने बताया कि वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 का पेपर लीक मामले में बांसवाड़ा में दर्ज प्रकरण में 12 मार्च को गिरफ्तार आरोपित कंवराराम जाट निवासी बाड़मेर से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित एन डी सारण वांछित आरोपित जबराराम जाट के सम्पर्क में था। आरोपित एन डी सारण ने वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 13 नवम्बर 2022 का सॉल्वड पेपर, परीक्षा से पूर्व पढ़ने के लिए अपनी ईनोवा कार में 7 कैंडीडेट व पेपर हेण्डलर को अपने ड्राइवर के साथ बाड़मेर से प्राइवेट बस स्टेण्ड उदयपुर भेजा था। जहां से आरोपित कंवराराम जाट वांछित अभियुक्त जबराराम जाट के कहने पर आरोपित सांवलाराम जाट के किराए के मकान, उदयपुर ले गया। सभी कैंडीडेटों को उनकी पारी के अनुसार वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 का सॉल्वड पेपर, कंवराराम को जबराराम जाट द्वारा सुपुर्द किए गए। मोबाइल फोन पर परीक्षा से पूर्व पेपर आने पर उनके साथ लाए प्रिन्टर से मोबाइल को कनेक्ट कर सॉल्वड पेपर का प्रिन्ट निकालकर कैंडीडेट को सेट देकर पढ़ाया गया। गिरफ्तार आरोपित नरेश देव उर्फ एन डी सारण से किए गए अनुसंधान से उसके द्वारा प्रत्येक कैंडीडेट से परीक्षा में अन्तिम रूप से चयन होने पर 6-6 लाख रुपए कुल राशि तथा अपने हेण्डलर के मार्फत कुल 7 कैंडीडेट से कुल 42 लाख रुपए प्राप्त करना स्वीकार किया है।
गिरफ्तार आरोपित एन डी सारण से गहनता से पूछताछ की जा रही है तथा बाड़मेर से उदयपुर पेपर पढ़ने के लिए आए अभ्यथियों व हेण्डलर के बारे में एवं उसकी ईनोवा कार को लेकर आए ड्राईवर के बारे में भी गहनता से तफ्तीश की जा रही है। इस मामले में अंब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तारी किया जा चुका है। एनडी सारण को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 9 दिन के रिमांड पर भेज दिया।
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(Udaipur Kiran)
