धमतरी, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । धमतरी शहर में मोमोज खाने के बाद 10 से अधिक लोग बीमार हुए हैं। इनमें से पांच लोगों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उपचार जारी है। वहीं अन्य लोग भी अपने-अपने स्तर पर उपचार करा रहे हैं। शिकायत के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम अस्पताल पहुंचकर मरीजों से मौखिक जानकारी ली और मोमोज विक्रेता के घर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने दबिश देकर खाद्य सामाग्री को जब्त किया। इसे जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा, इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शहर के रामबाग स्थित बरगद झाड़ के नीचे मोमोज ठेला लगता है, यहां पांच सितंबर को कई शहरवासियों ने मोमोज खाया। इनमें से ज्यादातर लोग बीमार हो गए है। फिलहाल 10 लोगों के बीमार होने की जानकारी है। जबकि कई अन्य लोगों के बीमार होने की चर्चा है। मोमोज खाने वाले पांच ऐसे लोग है, जो ज्यादा बीमार है। इनमें राहुल पवार 35 वर्ष, बहन प्रियंका पवार 33 वर्ष मराठापारा, पुलकित गुप्ता 17 वर्ष, बहन पलक गुप्ता 19 वर्ष बालक चौक, लोकेश्वरी यादव हटकेशर वार्ड शामिल है। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर इन्हें उपचार के लिए शहर के बठेना अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उपचार जारी है। लोकेश्वरी यादव के भाई उमाशंकर यादव और मैत्री विहार कालोनी के आदर्श तिवारी की भी तबीयत मोमोज खाने से खराब है। कईयों का उपचार घर में जारी है। अस्पताल में भर्ती मरीजों का आरोप है कि मोमोज खाने के बाद ही वे बीमार पड़े हैं।
मरीज पुलकित, पलक गुप्ता के पिता नीरज गुप्ता ने कहा कि पांच सितंबर को रामबाग से मोमोज खरीदकर लाए और घर में दोनों भाई बहनों ने खाया। उल्टी, दस्त, बुखार, सिर दर्द से हालत गंभीर होने पर तत्काल उन्हें इलाज के लिए बठेना अस्पताल में भर्ती किए है। उन्होंने कहा कि मोमोज बेचने वाले ठेलों की भी जांच होनी चाहिए। क्योंकि कुछ लोग बासी खाद्य सामग्री बेच रहे हैं, इसका खामियाजा ग्राहकों को भुगतना पड़ रहा है। प्रियंका पवार ने बताया कि वे पांच सितंबर को ही मोमोज और चाइनिज पकोड़ा खरीद कर घर ले गई थीं। मोमोज खाने पर दोनों भाई-बहन की तबीयत बिगड़ गई है। पहले तो पास के डाक्टर से इलाज कराया, लेकिन ठीक नहीं होने पर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। जानकारी के अनुसार धमतरी शहर में मोमोज सेंटरों की बाढ़ है। शहर के रामबाग, मकई गार्डन, मेनोनाइट स्कूल रोड, अंबेडकर चौक से रूद्री रोड के बीच, रूद्री चौक समेत कई अन्य जगहों पर बाहर से आए लोगों द्वारा ठेला लगाकर मोमोज व चाइनिज पकोड़ा, सेंडविच, दाबेली आदि बनाकर बेच रहे हैं। ये सभी अपने अनुसार खाद्य सामाग्री बनाकर बेच रहे हैं। गुणवत्ता को लेकर अधिकांश को विशेष जानकारी नहीं है। इतना ही नहीं इनमें से कई लोगों के पास खाद्य एवं औषधि प्रशासन का लाइसेंस भी नहीं है।
मोमोज का सैंपल जब्त
इधर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी फणेश्वर पिथौरा एवं नमूना सहायक गिरिजा शंकर वर्मा मरीजों के स्वजनों की शिकायत पर बठेना अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली। मरीजों ने अधिकारियों को बताया कि पांच व छह सितंबर को रामबाग के पास से मोमोज लेकर खाए थे इसलिए बीमार पड़े हैं। अधिकारी फणेश्वर पिथौरा ने कहा कि मोमोज का नमूना एकत्रित कर जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। यहां से होने के बाद मोमोज विक्रेता के ब्रम्ह चौक स्थित निवास पर खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम सोमवार को दबिश दी। यहां से खाद्य सामग्री को जब्त कर जांच के लिए भेजा है। विभाग की इस कार्रवाई से अन्य मोमोज संचालकों में हड़कंप मच गया है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा