Uttrakhand

किसान तक समिट में उत्तराखंड की कृषि जलवायु और विकास योजनाओं पर फोकस 

नई दिल्ली में 'किसान तक समिट' में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी।

देहरादून, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित किसान तक समिट में देवभूमि की दिव्य खेती विषय पर आधारित परिचर्चा में भाग लिया। इस समिट में देश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित रहे।

किसान तक समिट में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में न केवल भारत, बल्कि उत्तराखंड राज्य में भी कृषि और औद्यानिक फसलों को बढ़ावा देने के प्रयास निरंतर जारी हैं जिससे कृषकों की आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार व्यक्त किया, जिनके नेतृत्व में कृषि और औद्यानिक क्षेत्र में समग्र विकास हो रहा है और किसानों की आय में गुणात्मक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

गणेश जोशी ने अपनी बात में उत्तराखंड की कृषि जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह राज्य कृषि और औद्यानिक फसलों, जैसे फल, सब्जियां, मसाले, मशरूम और शहद उत्पादन के लिए अत्यधिक अनुकूल है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से कई योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है, जिनमें स्टेट मिलेट मिशन, प्राकृतिक खेती, कृषि यंत्रीकरण, जीआई टैग, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली और कृषि ड्रोन जैसी योजनाएं शामिल हैं।

मंत्री ने कहा कि किसानों की मांग और अधिक पैदावार को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड में क्लस्टर खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि मिलेट फसलों के लिए स्टेट मिलेट पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार किया गया है, जो कृषकों को प्रोत्साहन, उत्पादन, विधायन और विपणन से संबंधित सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।

उत्तराखंड सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कई योजनाओं का संचालन भी कर रही है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 7 लाख 80 हजार किसानों को लगभग 2800 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त फसल बीमा योजना के तहत भी किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। गणेश जोशी ने कहा कि सरकार ने किसानों के उत्पाद के उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए बायर-सेलर मीट का आयोजन भी किया है, वहीं जंगली जानवरों की समस्या के समाधान हेतु बायो फेंसिंग और सोलर फेंसिंग जैसी तकनीकों का भी प्रयोग किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पहाड़ी क्षेत्रों में कृषि को मुख्य स्वरोजगार का साधन बनाने के लिए कई नवोन्मेषी उपाय अपनाए हैं। कृषि ड्रोन के माध्यम से महिला समूहों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें ड्रोन वितरित किए जा रहे हैं, ताकि वे बेहतर तरीके से खेती कर सकें। किसान तक समिट में कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि उत्तराखंड कृषि के साथ-साथ सैन्य क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस समिट में कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किसानों के साथ सैनिकों के कल्याण की दिशा में भी सरकार के प्रयासों को साझा किया, जिससे राज्य की कृषि और सैन्य क्षेत्र की सफलता का मार्ग प्रशस्त हो सके।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण

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