बलिया, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
बलिया में तीनों प्रमुख नदियों का रौद्र रूप सामने आया है। गंगा का जलस्तर जहां हाई फ्लड लेवल को छूने को बेताब है। वहीं, सरयू (घाघरा) और टोंस का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। कुछ बाढ़ग्रस्त इलाकाें के लोग बंधों पर शरण लेने को मजबूर हैं। जबकि कई जगहों पर लोग अपना सामान समेटकर ऊंचे स्थानों पर जाने को मजबूर हुए हैं।
जिला प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए चेतावनी जारी की है। नाविकों से नदियों में नावें न चलाने को कहा गया है। जबकि निचले क्षेत्रों में रहने वालों को भी सतर्क रहने की अपील की गई है। सभी उपजिलाधिकारियों और बाढ़ खण्ड के अधिशासी अभियंता को भी अलर्ट कर दिया गया है। उफनाई गंगा का पानी कई गांवों में घुस गया है। गंगा के बाढ़ से बैरिया व बलिया तहसील क्षेत्र के तीन दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हैं। दूबेछपरा इंटर काॅलेज और पीजी काॅलेज के प्रांगण में बाढ़ का पानी घुस गया है।
गंगा नदी के बाढ़ का पानी रेपुरा, त्रिलोकपुर, मनिया, आढ़त दूबे के छपरा, हरिपुर पोखरा, दूबेछपरा, गोपालपुर, सुघरछपरा, केहरपुर समेत कई गावों में घुस गया है, वहीं, नौरंगा, भुआलछपरा, चक्की नौरंगा, जवही, ब्यासी, सोमाली परानपुर आदि गावों का जनपद मुख्यालय से सीधा सम्पर्क टूट गया है। उधर, बलिया शहर से सटे निचले इलाकों में पानी घुस आने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक गायघाट गेज पर मंगलवार शाम चार बजे गंगा का जलस्तर 59.490 मीटर रिकाॅर्ड किया गया जो बढ़ाव पर है। जबकि यहां का हाई फ्लड लेवल वर्ष 2016 में 60.390 रिकार्ड किया गया था। यानी गंगा की लहरें तबाही मचाने वाले निशान के करीब हैं। वहीं, घाघरा का जलस्तर डीएसपी हेड पर 64.62 मीटर रिकार्ड किया गया, यहां खतरा विन्दु 64.010 मीटर है। इस नदी का भी जलस्तर बढ़ाव पर है। उधर, टोंस नदी का जलस्तर मंगलवार सुबह आठ बजे तक पिपरा घाट पर 60.60 मीटर रिकाॅर्ड किया गया, जबकि यहां लाल निशान 60 मीटर है।
(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी