रामगढ़, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । शारदीय नवरात्र में महाअष्टमी का महत्व काफी अधिक है। शास्त्रों के अनुसार महाअष्टमी की पूजा कर श्रद्धालु पूरे नवरात्र का पुण्य एक साथ बटोर सकते हैं। पूजा पंडालों में महाअष्टमी के दिन आस्था का सैलाब उमड़ा। पूरे दिन श्रद्धालु मां दुर्गा के दर्शन कर उनसे मन्नत मांगते रहे। सभी पूजन स्थलों पर श्रद्धालुओं ने माता का श्रृंगार का दान किया और अपने परिवार वालों के सुख समृद्धि की कामना की। रामगढ़ शहर के वैष्णो देवी मंदिर में पूरे दिन श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। सुभाष चौक पूजा पंडाल, थाना चौक पूजा पंडाल, चट्टी बाजार पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के दिव्य दर्शन किए। बिजुलिया पूजा पंडाल में बंगाली पद्धति से किए गए पूजन को लोगों ने देखा और मां दुर्गा के अद्भुत रूप का दर्शन किया।
मां दुर्गा की सबसे शक्तिशाली स्वरुप है महागौरी
महाअष्टमी के दिन मां दुर्गा के सबसे शक्तिशाली स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन कन्या पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। महाअष्टमी के दिन महिलाएं विधि-विधान से मां दुर्गा को खोइछा भरती हैं।
मान्यता है कि इस दिन मां की पूजा-अर्चना से सुख-शांति, यश, वैभव और मान-सम्मान मिलता है। अष्टमी के दिन ही देवी दुर्गा ने चंड-मुंड नामक दैत्यों का वध किया था।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश