अमेठी,14 जुलाई (Udaipur Kiran) । गौरीगंज कोतवाली पुलिस ने शव को सड़क पर रखकर धरना—प्रदर्शन के एक मामले में रविवार को पांच लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार की देर शाम विद्युत फॉल्ट ठीक करते समय अचानक लाइन चल जाने से एक लाइनमैन की मौत के बाद परिजनों एवं आक्रोशित भीड़ ने उसके शव को पावर हाउस के अन्दर रखकर प्रदर्शन करने व रोड जाम कर दिया था। इस मामले में सब इंस्पेक्टर महेंद्र सरोज की तहरीर पर पुलिस ने 6 नामजद और 40 से 50 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया।
परिजनों का आरोप था शटडाउन लेने के बावजूद विद्युत सप्लाई चलाई गई। जिससे विद्युत लाइन की चपेट में कुलदीप आया और उसकी मृत्यु हुई। परिजनों में विद्युत विभाग के जेई और एसडीओ सहित अधिकारियों के खिलाफ गुस्सा था। इसके बाद मृतक कुलदीप का शव मृतक के परिजनों ने रख कर प्रदर्शन किया था और विद्युत विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी।
इसी मामले में वहां पर मौजूद कुछ लोगों को पुलिस ने चिन्हित किया और उनके खिलाफ परिजनों को उकसाकर जिला अस्पताल से मृतक कुलदीप की लाश को ले जाकर असैदापुर पावर हाउस में रखवाकर, पावर हाउस में तोडफोड़ करने, जबरदस्ती बिजली आपूर्ति बाधित करने,रोड जाम कर व करवाकर शान्ति व्यवस्था भंग करने, बिजली विभाग, स्वास्थ विभाग, पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन के कार्यों मे बाधा पहुंचाने से संबंधित मुकदमा पंजीकृत कर लिया था।
पुलिस क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी ने बताया कि धरना प्रदर्शन के मामले में थाना गौरीगंज पुलिस द्वारा भारतीय न्याय संहिता की धारा 170, 126 और 135 के अंतर्गत 5 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय उप जिला मजिस्ट्रेट गौरीगंज के समक्ष पेश किया गया। जहां से पांचो लोगों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने का डिमांड प्राप्त हुआ। इसके उपरांत सभी लोगों को कारागार सुल्तानपुर में दाखिल कर दिया गया है।
(Udaipur Kiran) / LOKESH TRIPATHI / राजेश