टोक्यो, 26 सितंबर (Udaipur Kiran) । जापान की एक अदालत ने पांच दशक से ज्यादा पुराने चार लोगों की हत्या के केस में मौत की सजा (मृत्युदंड) के फैसले को गुरुवार को पलट दिया। यह फैसला इस बहुचर्चित हत्याकांड के दोषी पूर्व मुक्केबाज इवाओ हाकामाडा के लिए सबसे बड़ी खुशी लेकर आया। शिजुओका जिला अदालत ने उन्हें बरी करने का फैसला सुनाया।
जापान टाइम्स की खबर के अनुसार, पूर्व प्रोफेशनल मुक्केबाज 88 वर्षीय इवाओ हाकामाडा को 58 साल पहले 1966 में चार लोगों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इवाओ को लगभग आधी सदी जेल में रहने के बाद शारीरिक और मानसिक जटिलता की वजह से 2014 में रिहा कर दिया गया। कुछ साल पहले टोक्यो हाई कोर्ट ने इस केस पर पुनर्विचार की अर्जी स्वीकार कर शिजुओका जिला न्यायालय को सुनवाई का आदेश दिया। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। 2020 में शीर्ष अदालत ने हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। शिजुओका जिला न्यायालय में बरी करने के फैसले के समय 91 वर्षीय बहन हिदेको हाकामाडा अपने भाई की ओर से पेश हुईं।
जापान टाइम्स के अनुसार, जापान के न्यायिक इतिहास में इससे पहले भी चार बार मृत्युदंड के फैसले को पुनर्विचार के बाद बदला जा चुका है। अब सवाल यह है कि क्या अभियोजक ताजा फैसले के खिलाफ बड़ी अदालत में अपील करेंगे। हालांकि बचाव पक्ष ने अभियोजकों से बरी किए जाने के फैसले को चुनौती नहीं देने का आग्रह किया है।
(Udaipur Kiran) / मुकुंद