
धर्मशाला, 19 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा “सन्ध्यनुप्रयोग कार्यशाला सन्धियों अनुप्रयोगात्मक” विषय पर आयोजित की जा रही पांच दिवसीय कार्यशाला का सोमवार को शुभारंभ हुआ। कार्यशाला का उद्घाटन बतौर मुख्यातिथि प्रो. प्रदीप कुमार अधिष्ठाता अकादमिक ने किया। कार्यशाला को संबोधित करते हए मुख्य अतिथि प्रो. प्रदीप कुमार ने कहा कि संस्कृत भाषा इतर भाषाओं से अतिविशाल है। इसका शब्द भंडार भी अति विशाल है। इस भाषा का व्याकरण बहुत ही दृढ और उन्नत है।
उन्होंने कहा कि इस भाषा का व्याकरण में अत्यन्त प्रारम्भिक विषय सन्धियों का ज्ञान होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि छात्र इस कार्यशाला में अन्वय हो कर अध्ययन करें और जयकृष्ण शर्मा से सन्धियों के विविध आयामों को सुचारू रूप से जान लें। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रताप ने सन्धियों का महत्त्व बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप ने की तथा इस कार्यशाला के समन्वयक संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. योगेंद्र कुमार रहे।
सीयू में संस्कृत विभाग और एनएसएस इकाई ने करवाया व्याख्यान
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार पंच प्रण पहल कार्यक्रम के अंतर्गत संस्कृत पालि एवं प्राकृत विभाग एवं एनएसएस इकाई द्वारा ‘धौलाधार : विकसित भारत का आधार-पंच प्रण’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस मौके पर संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. योगेन्द्र कुमार उपस्थित रहे। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ. विवेक शर्मा ने उपस्थित सभी लोगों को पंच प्रण का संकल्प दिलवाया। कार्यक्रम में संस्कृत विभाग के सभी प्राध्यापकों सहित कई विभागों के प्राध्यापकों सहित अन्य प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
