नलबाड़ी, (असम), 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में दीपोत्सव दीपावली के साथ-साथ श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव का व्यापक आयोजन किया जा रहा है। नलबाड़ी के दाहुदी में बुधवार से पांच दिवसीय रंगारंग कार्यक्रम के साथ 59वां श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव शुरू हुआ।
यह काली पूजा (श्यामा पूजा) महामारी से छुटकारा पाने के लिए शुरू किया गया था, क्योंकि एक बार दाहुदी गांव में हुई महामारी के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी। लोग तब से सार्वजनिक रूप से श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव मना रहे हैं। महामारी गांव से गायब हो गई थी। ऐसी मान्यता है कि उक्त पूजा में प्रणाम् करने से मन की इच्छा पूरी होती है, इसलिए उक्त श्यामा पूजा महोत्सव में सभी लोग गांव आकर प्रणाम् करते हैं। आज रात भक्तों द्वारा हजारों बकरे, कबूतरों, बत्तखों आदि की बलि दी जाएगी।
श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव के अवसर पर प्रतिदिन पूजा-अर्चना, त्याग-समर्पण, नाम-प्रसंग, नागरा नाम प्रदर्शन, ओजापाली प्रदर्शन, आतिशबाजी प्रदर्शन, नृत्य प्रतियोगिता, कृति छात्राओं का अभिनंदन, पुस्तक विमोचन, महिला दीहा नाम प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होते हैं। पांच दिनों की अवधि के लिए शुरू हुआ 59 वां दाहुदी श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव तीन नवंबर को समाप्त होगा।
उल्लेखनीय है कि वृहत्तर दाहुदी क्षेत्र में स्थित दाहुदी हाई स्कूल के सरकारीकरण होने तक श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव के संचित धन से शिक्षण स्टाफ को वेतन का भुगतान किया जाता था और स्कूल का संचालन होता था। श्रीश्री श्यामा पूजा महोत्सव को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल है।
उल्लेखनीय है कि राज्य भर में दीपावली तथा काली पूजा की धूम मची हुई है। राजधानी गुवाहाटी के साथ ही राज्य में चप्पा-चप्पा पर मां श्यामा काली की पूजा का आयोजन किया जा रहा है। वहीं, दीपावली को लेकर हर तरफ रोशनी से चकाचौंध कर दिया गया है। राजधानी गुवाहाटी शहर का हर कोना शाम होते ही चकमकाने लगता है। हर तरफ पटाखे की शोरगुल।
इसी बीच राज्य के अलग-अलग जिला प्रशासनों द्वारा दीपावली पर विभिन्न ऐतिहासिक आदेश जारी किए गए हैं। आतिशबाजी की समय सीमा निर्धारित होने के बावजूद लोग देर रात तक बुधवार को भी पटाखे छोड़ते रहे। आज सुबह से ही कई जगह आतिशबाजी देखने को मिल रही है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि राज्य में दीपावली और काली पूजा की धूम मच गई है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश