मुंबई, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पुणे जिले में शिवाजीनगर पुलिस के साइबर दस्ते ने जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने 28 लाख 66 हजार रुपये के जाली नोट और 2 लाख 4 हजार रुपये के असली नोट जब्त किए हैं। इसके अलावा बैंक नोट छापने के लिए प्रिंटर, स्याही, कोरा कागज और मोटर जैसी सामग्रियां भी मिली हैं, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है। इस मामले की गहन छानबीन शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन की टीम कर रही है।
पुलिस उपायुक्त संदीप सिंह गिल ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि 17 अप्रैल को शिवाजी नगर क्षेत्र में स्थित बैंक के कर्मचारियों ने 200 रुपये के जाली नोट जमा किये जाने की शिकायत पुलिस को दी थी। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु की। बैंक में जाली नोट जमा करने वाली महिला मनीषा थानेकर को गिरफ्तार किया और उसके पास से दो सौ रुपये के 100 जाली नोट जब्त किये। मनीषा से पूछताछ के दौरान भारती गवांड का नाम सामने आया। पुलिस ने भारती को गिरफ्तार किया और उसके पास से दो सौ रुपए के तीन सौ जाली नोट जब्त किये गए। भारती से पूछताछ के दौरान सचिन यमगर का नाम सामने आया, पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार सचिन ने बताया कि उसे जाली नोट कोल्हे उर्फ शेट्टी नामक व्यक्ति से मिले थे। इसके बाद पुलिस ने जब लोहेगांव स्थित कोल्हे के घर पर छापा मारा तो वहां से चार लाख रुपये मूल्य के 200 रुपये के नोट मिले। इसके साथ ही पुलिस को मौके पर नोट छापने के लिए प्रिंटर, स्याही, कागज और दो लाख रुपये के असली नोट भी मिले। इसके बाद जब पुलिस को पता चला कि प्रभु गूगलजेडी भी इस गिरोह में शामिल है तो उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस तरह अब तक इस मामले में मनीषा स्वप्निल ठाणेकर (35), भारती तानाजी गावंड (34), सचिन रामचन्द्र यमगर (35), नरेश भीमप्पा शेट्टी (42) और प्रभु गुग्गलजेड्डी (38) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस मामले में अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है।
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(Udaipur Kiran) यादव
