
नई दिल्ली, 7 मार्च (Udaipur Kiran) । केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत मत्स्य पालन विभाग शनिवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में मत्स्य पालन स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन कर रहा है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन और राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारी, मत्स्य पालन स्टार्टअप और उद्यमी भी शामिल होंगे।
स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0 मत्स्य पालन क्षेत्र में नवाचार पर चर्चा और उसे बढ़ावा देने के लिए प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाएगा। इस क्षेत्र में ई-कॉमर्स संभावनाओं के साथ-साथ मत्स्य पालन व जलीय कृषि में स्टार्टअप अवसरों पर विचार-विमर्श भी किया जाएगा। स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0 में राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) मोबाइल ऐप का शुभारंभ भी होगा, जो मत्स्य पालन से संबंधित सेवाओं और संसाधनों तक डिजिटल पहुंच को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी पहल है। इसके अतिरिक्त, मत्स्य पालन स्टार्टअप को उद्यमी मॉडल अनुमोदन का वितरण उभरते उद्यमों को मान्यता देगा और उनका समर्थन करेगा, जिससे मत्स्य पालन स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूती मिलेगी। तकनीकी प्रतिक्रिया और बातचीत सत्र भारत में मत्स्य पालन पारिस्थितिकी तंत्र और राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा की गई प्रमुख पहलों पर गहन चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करेगा। साथ ही मत्स्य पालन स्टार्टअप द्वारा अनुभव साझा किया जाएगा।
मंत्रालय के अनुसार भारत का मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र 3 करोड़ आजीविका को बनाए रखता है और मूल्य शृंखला में रोजगार को बढ़ावा देता है। 2015 से सरकार ने सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए ब्लू रिवोल्यूशन स्कीम, एफआईडीएफ, पीएमएमएवाई, पीएम-एमकेएसएसवाई जैसी पहलों के माध्यम से ₹38,572 करोड़ का निवेश किया है। भारत के मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र के तेजी से विकास ने 300 से अधिक मत्स्य पालन स्टार्टअप के उदय को बढ़ावा दिया है, जिससे नवाचार और दक्षता को बढ़ावा मिला है।
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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव
