Uttrakhand

नाट्यविधा कार्यशाला में वात्सल्य वाटिका को प्रथम स्थान

नाट्य मंचन करते बाल कलाकार

हरिद्वार, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कला-संस्कृति की संवाहक संस्था संस्कार भारती की हरिद्वार महानगर इकाई की ओर से आयोजित दो दिवसीय नाट्य विधा कार्यशाला सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर दो के प्रांगण में सम्पन्न हुई। बच्चों में नाट्य कला के संवर्धन के लिए संस्था की ओर से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें पूरे हरिद्वार के विभिन्न विद्यालयों के 68 बाल प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया। वात्सल्य वाटिका विद्यालय के कलाकारों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

कार्यशाला के पहले प्रथम सत्र में नाट्य विधा से सम्बन्धित सभी नियम व सिद्धान्तों से अवगत कराया गया। द्वितीय सत्र में बच्चों की ओर से पटकथा लेखन व नाटक के विचार व शीर्षक का निर्धारण हुआ। कार्यशाला के अंतिम दिन कुल छह नाटकों का मंचन हुआ, जिसमें सामाजिक, पारिवारिक व राष्ट्रीय विषयों का समावेश रहा।

कार्यशाला में वात्सल्य वाटिका विद्यालय के बाल कलाकारों ने पृथ्वीराज चौहान के ऐतिहासिक प्रसंग पर अपनी नाट्य प्रतिभा दिखाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर केन्द्रीय विद्यालय की कौशल्या टीम थी, जबकि, तृतीय स्थान पर सरस्वती विद्या मन्दिर की संदेश टीम रही। शेष दो टीमों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। नीता नैय्यर निष्ठा व मनीषा सिंह के निर्देशन में सम्पन्न हुए इस कार्यशाला में संस्कार भारती की मातृशक्तियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिसमें उठाए मुद्दों से निर्णायक मण्डल ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। निर्णायक मण्डल का दायित्व रीता अवस्थी, पुष्पा हंस व वीना कौल ने निभाया।

इस अवसर पर प्रांतीय मंत्री राकेश मालवीय, कमल सैनी, महिला प्रमुख ज्योति भट्ट, आशा साहनी, श्रीजा त्रिपाठी, श्वेता सरन, अपराजिता, विमलेश गौड़, कविता जैन, पुष्पा अग्रवाल, सरस्वती पुण्डीर, एन.के. पुण्डीर, देवेन्द्र चौहान व देवेन्द्र मिश्र आदि उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

Most Popular

To Top