कोलकाता, 02 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में आलू और प्याज के निर्यात पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य की जरूरतें पूरी करने से पहले इन कृषि उत्पादों का निर्यात स्वीकार्य नहीं है। ममता ने साफ तौर पर कहा कि पहले बंगाल को मिलेगा, उसके बाद बाकी राज्यों को।
मुख्यमंत्री ने निर्यात की वजह से राज्य में आलू और प्याज की बढ़ती कीमतों पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बंगाल की जरूरतों को नजरअंदाज करते हुए चुपचाप दूसरे राज्यों में आलू का निर्यात किया जा रहा है, जिससे यहां की जनता पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है।
इससे पहले, ममता ने नवान्न में एक प्रेस वार्ता में भी इस मुद्दे पर असंतोष जताया था। उन्होंने टास्क फोर्स को निर्देश दिया कि निर्यात पर सख्ती से नजर रखी जाए। टास्क फोर्स ने तुरंत बैठक कर इस पर कार्यवाही शुरू की।
बंगाल में 75 फीसदी प्याज का उत्पादन होता है, लेकिन बढ़ते निर्यात के कारण स्थानीय बाजार में कीमतें बढ़ रही हैं। ममता ने कहा, यदि आलू महंगा होता है, तो राज्य सरकार इसे खरीदकर सुफल बांग्ला योजना के तहत वितरित करती है। लेकिन कुछ लोग इसे व्यापार के लिए बाहर भेज रहे हैं, जिससे जनता परेशान हो रही है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर