
इटारसी, 30 मार्च (Udaipur Kiran) । शहर के नेहरूगंज इलाके में शनिवार देर रात भीषण आग लग गई। आग की लपटों में तीन परिवारों की गृहस्थी पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। हादसे के दौरान एक घर में सो रहे दिव्यांग बुजुर्ग की आग की लपटों में घिरने से मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। आग बुझाने के लिए 20 दमकलों की मदद ली गई। लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रविवार सुबह आग पर काबू पाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार नेहरूगंज इलाके में शनिवार देर रात करीब 3 बजे तीन मकानों में आग लग गई। आगजनी की घटना बालाजी मंदिर की प्रॉपर्टी में हुई है। घरों में रहने वाले सभी परिवार किराएदार है। इन घरों में गंगराड़े टाइपिंग वाले, हरिमोहन तिवारी, अधिवक्ता रवि सावदकर और दिव्यांग राजेन्द्र राजपूत रहते थे।खपरैल मकान में रहने वाले दिव्यांग राजेंद्र सिंह राजपूत के कच्चे मकान से शुरू हुई आग की लपटों ने पड़ोस के दो घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आगजनी में मकान के भीतर सो रहे दिव्यांग राजेन्द राजपूत की दर्दनाक मौत हो गई। आग इतनी भीषण थी कि इटारसी, आयुध निर्माणी और नर्मदापुरम की 20 दमकलों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। पुराने लकड़ी का मकान होने से आग तेजी से भड़क चुकी थी, जिसे बुझाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
दिव्यांग राजेंद्र सिंह राजपूत की बेटी नंदिनी ने बताया कि आग उनके पिता के कमरे में लगी थी, तब वे गहरी नींद में थे। आग की लपटों में घिरने की वजह से उन्हें कमरे से बाहर भी नहीं निकाल सके और वे जिंदा जल गए। थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला के अनुसार पड़ोस में रहने वाले वकील रवि सावदकर और अजय गंगराड़े के मकानों को भी आगजनी में नुकसान हुआ है। सुबह आग बुझने के बाद शव को पुलिस ने बाहर निकाला। आग कैसे लगी इसका कारण पता नहीं चल पाया है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि बिजली तारों में शॉर्ट सर्किट से आग लगी होगी। नगर प्रशासन और पुलिस द्वारा घरों में आग कैसे लगी इसके कारणों की जांच की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
