हाथरस, 6 अप्रैल (Udaipur Kiran) । क्षेत्र में दर्जनों कोल्ड स्टोरेज संचालित हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर के पास फायर सर्विस स्टेशन की एनओसी नहीं है। सासनी के एक कोल्ड स्टोरेज में तीन दिन पहले लगी आग पर 84 घंटे बाद काबू पाया गया। इस हादसे में व्यापारियों का करोड़ों रुपए का सामान जलकर राख हो गया।
स्थिति यह है कि अधिकांश कोल्ड स्टोरेज में लगे अग्निशमन यंत्र केवल दिखावटी हैं और खराब पड़े हैं। उद्यान विभाग केवल आलू और फलों के भंडारण के लिए एनओसी देता है। किराना सामान, रिफाइंड और मसालों के भंडारण के लिए अलग चेंबर और एनओसी की जरूरत होती है। क्षेत्र में 5 से 8 ऐसे कोल्ड स्टोरेज हैं, जहां किराना और तेल का भंडारण किया जा रहा है। सादाबाद फायर स्टेशन के उपनिरीक्षक पवन कुमार ने बताया कि सासनी की घटना के बाद विभाग सतर्क हो गया है। अब सभी कोल्ड स्टोरेज की नई सिरे से जांच होगी। जिन स्टोरेज में अग्निशमन यंत्र खराब मिलेंगे या एनओसी नहीं होगी, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / मदन मोहन राना
