लखनऊ, 18 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । लखनऊ में थाना हुसैनगंज के अंतर्गत माल एवेन्यू क्षेत्र में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय में कार्यकर्ता प्रभात पांडे की मौत के बाद उसके चाचा मनीष पांडे की तहरीर पर बीएनएस की धारा 103 के तहत एफआईआर दर्ज हुई।
मृतक प्रभात पांडे के चाचा मनीष पांडे ने तहरीर में बताया कि प्रभात एमिटी कॉलेज के सामने पीजी में रहता था। बुधवार की शाम 4:15 पर कांग्रेस दफ्तर से उन्हें एक फोन आता है, जिसमें बताया जाता है कि आप का भतीजा दो घंटे से बेहोशी में पड़ा हुआ है। उसके बाद मनीष द्वारा संदीप को कार्यालय पर भेजा जाता है। जहां से एक वाहन से सिविल अस्पताल में प्रभात की बॉडी को लेकर पहुंचते हैं। जहां चिकित्सकों ने प्रभात को मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने हुसैनगंज थाने पर दी तहरीर में बताया कि प्रभात कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंचा, उन्हें नहीं पता है। उनके भतीजे को कोई बीमारी भी नहीं थी। संभवत: उसकी हत्या की गई है। इस तहरीर के बाद लिखी गई एफआईआर की विवेचना निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह को दी गई है।
पुलिस उपायुक्त रवीना त्यागी ने लोगों से किसी प्रकार की अफवाह नहीं फैलाने की अपील की। उपायुक्त मध्य कार्यालय से एक अपील पत्र भी जारी कराया। अपील पत्र में बताया गया कि कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे (28 वर्ष), निवासी सहजनवा, गोरखपुर, को कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय से सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उन्हें मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था।
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मृतक को आखिरी बार कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय में देखा गया था, जहां वह बेहोशी की हालत में पाए गए। डॉक्टरों के अनुसार, प्रथम दृष्टया उनके शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं।
मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए मृतक के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल द्वारा वीडियोग्राफी के साथ कराया जाएगा। पुलिस विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए त्वरित और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेगी।
घटना के संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों पर लखनऊ पुलिस का पक्ष है कि प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग किया ही नहीं गया था। इस घटना से जोड़कर गलत जानकारी व अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी ताकि कानून व्यवस्था और शांति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र