झज्जर, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । राजधानी दिल्ली से सटे झज्जर जिले में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रेप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के तहत सख्त पाबंदियां लागू की गई हैं। जिला प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य संबंधित विभाग मिलकर प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सक्रियता से कार्य कर रहे हैं। ग्रेप-4 के तहत पाबंदियों को लागू करने के लिए आठ टीमें 24 घंटे एक्टिव मोड में कार्य कर रही हैं। ग्रह के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर पिछले दो दिन के भीतर संबंधित अधिकारियों ने करीब दस लाख रुपये जुर्माना लगाया।
डीसी प्रदीप दहिया ने बताया कि सी एंड डी (कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन) साइटों का निरीक्षण किया जा रहा है। इन साइटों पर नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर चालान जारी किए गए हैं। ग्रैप -4 के नियमों के तहत 43 साइटों का निरीक्षण किया गया व 17 साइटों पर नियमों का उल्लंघन पाये जाने चालान काटते हुए जुर्माना लगाया गया है। डीसी ने कहा है कि निर्माण स्थलों पर धूल और अन्य प्रदूषणकारी गतिविधियों को रोकने के लिए नियमित जांच जारी रहेगी।
इसके अलावा, खुले में कचरा और अन्य सामग्री जलाने की घटनाओं पर भी कड़ी कार्रवाई की गई। प्रशासन को इस प्रकार की 24 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 12 मामलों में कार्रवाई करते हुए 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए वाहनों की चेकिंग भी तेज कर दी गई है व अवहेलना करने वाले वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थलों पर प्रदूषणकारी गतिविधियों से बचें और पर्यावरण को संरक्षित रखने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। जिले में 23 एंटी स्मोग गन सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं जिनके द्वारा वातावरण को शुद्ध किया जा रहा है। इसके अलावा 19 पानी के टैंकरों द्वारा वाटर स्प्रिंकलिंग की जा रही है। जिले में करीब 30-35 कि.मी तक सडक़ पर सफाई की गई है ताकि धूल से वातावरण में प्रदूषण ना फैले। प्रदूषण रोकने के लिए प्रशासन द्वारा ठोस व प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज