BUSINESS

वित्‍त मंत्री सीतारमण ने मैसूर में तारामंडल की प्रगति की समीक्षा की

तारामंडल की प्रगति की समीक्षा करती वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण
तारामंडल की प्रगति की समीक्षा करती वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण

-ये दुनिया का पहला ‘टिल्टेड एलईडी डोम’ तारामंडल होगा

मैसूर/नई दिल्ली, 08 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को अपनी सांसद विकास निधि से सहायता-प्राप्त तारामंडल की प्रगति की समीक्षा की। कर्नाटक के मैसूर में विकसित किया जा रहा यह दुनिया का पहला ‘टिल्टेड एलईडी डोम’ तारामंडल होगा।

वित्‍त मंत्रालय ने ‘एक्‍स’ पोस्‍ट पर जारी एक बयान में कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कर्नाटक के मैसूर विश्वविद्यालय के चामुंडी हिल परिसर में निर्माणाधीन अत्याधुनिक तारामंडल की प्रगति की समीक्षा की। मंत्रालय के अनुसार 8K रिजॉल्‍यूशन वाला कॉस्मोलॉजी शिक्षा और अनुसंधान-प्रशिक्षण केंद्र (कॉस्मोस) हाई-टेक 15-मीटर एलईडी डोम ये तारामंडल दुनिया का पहला ‘टिल्टेड एलईडी डोम’ तारामंडल होगा।

सीतारमण ने कॉस्मोलॉजी शिक्षा और अनुसंधान-प्रशिक्षण केंद्र (कॉस्मोस मैसूर) परियोजना के लिए अपने संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीएलएडीएस) से 5 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। उन्‍होंने मार्च 2022 में इस परियोजना की आधारशिला रखी। करीब 91 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट वाली इस परियोजना को भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (आईआईए) क्रियान्वित कर रहा है। इसके लिए उसने मैसूर विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन भी किया है।

इस परियोजना का कार्यान्वयन प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। इस तारामंडल केंद्र के पूरा होने से 200 से अधिक कॉलेज, स्कूल और आम जनता के लिए ज्ञान तक पहुंच बनाने की उम्मीद है। इस तारामंडल के अगले 10 महीनों में बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। अगले वित्‍त वर्ष की अंतिम तिमाही में नियमित शो शुरू हो जाएंगे। मैसूर में विकसित यह तारामंडल दुनिया का पहला ‘टिल्टेड एलईडी डोम’ तारामंडल होगा।

—————

(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

Most Popular

To Top