Uttrakhand

वित्त आयोग ने की सरकार की पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन रोकने व खेती को बढ़ावा देने के लिए संचालित योजनाओं की सराहना

16वें केंद्रीय वित्त आयोग के समस्य क्षेत्रीय समस्याएं व सुझाव रखती एक ग्रामीण महिला।
चांफी में मुख्यमंत्री एकीकृत बागवानी विकास योजना के अंतर्गत पॉली हाउस नर्सरी का निरीक्षण करते 16वें केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया एवं अधिकारी।
चांफी में अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करते 16वें केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया एवं टीम के सदस्य।

नैनीताल, 20 मई (Udaipur Kiran) । 16वें केंद्रीय वित्त आयोग की टीम का मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर नैनीताल जनपद में पदार्पण हुआ। इस दौरान पहले दिन आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया के नेतृत्व में टीम ने भीमताल विकास खंड के ग्राम चाफी व अलचौना का भ्रमण कर क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति व विकास संबंधी चुनौतियों का अवलोकन किया तथा ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों व संगठनों से संवाद स्थापित कर सुझाव प्राप्त किए। टीम के स्वागत में छोलिया नृत्य व लोक गीतों के साथ पारंपरिक रीति से अभिनंदन किया गया।

चाफी में टीम ने मुख्यमंत्री एकीकृत बागवानी विकास योजना के अंतर्गत पॉली हाउस नर्सरी का निरीक्षण किया, जहां लिलियम प्रजाति के लंबे समय तक सुरक्षित रहने वाले फूलों के आयात-निर्यात की जानकारी ली गई। अध्यक्ष डॉ. पनगढ़िया ने पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि की संभावनाएं उजागर करते हुए सरकार द्वारा पलायन रोकने व खेती को बढ़ावा देने हेतु संचालित योजनाओं की सराहना की।

डॉ. पनगढ़िया ने बताया कि उत्तराखंड 16वें वित्त आयोग के दौरे का 26वां राज्य है। उन्होंने कहा कि प्राप्त सुझावों के आधार पर आयोग जून माह तक केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। राष्ट्रीय, राज्य व जिला स्तर की समस्याओं का समाधान भिन्न-भिन्न स्तरों पर सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से विकसित भारत के निर्माण में सहभागिता का आह्वान किया। इस अवसर पर आयोग के सदस्यगण, आयोग सचिवालय, शासन व प्रशासन के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

ग्रामीणों ने दिये सुझाव व खुल कर उठायी मांगें

इसके बाद श्री पूर्णानंद तिवारी राजकीय इंटर कालेज चाफी में ग्रामीणों, महिलाओं व जनप्रतिनिधियों से बैठक कर क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान ग्राम प्रधान पूरन भट्ट, कमला देवी, बलबीर सिंह, हिमांशु पांडे सहित कई ग्रामीणों ने खुलकर अपनी बात रखी और पर्वतीय क्षेत्रों के लिए भौगोलिक परिस्थिति के अनुरूप योजनाएं बनाने, वन पंचायतों को जल संरक्षण के प्रयासों हेतु प्रोत्साहन देने तथा पंचायतों को वित्तीय सहायता क्षेत्रफल के आधार पर देने आदि की मांगें रखीं।

इसके अतिरिक्त डिजिटल कनेक्टिविटी, ग्रामीण सड़कों का सुधार, वन्य जीवों से फसलों की रक्षा हेतु तारबाड़ व सोलर लाइट की व्यवस्था तथा फल-फूल के भंडारण के लिए कोल्ड चेन की स्थापना के सुझाव भी दिये गये। क्षेत्रीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने पंचायतों की भूमिका को रेखांकित करते हुए क्षेत्रीय आवश्यकताओं पर आधारित नीति निर्माण की जरूरत बताई।

स्टॉलों में दिखी नारी सशक्तिकरण व ग्रामीण अर्थव्यवस्था कीे मजबूती

इस दौरान इंटर कालेज परिसर में विभिन्न विभागों व सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर टीम ने स्थानीय उत्पादों की जानकारी प्राप्त की। यह प्रदर्शनी नारी सशक्तिकरण व ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने की दिशा में उल्लेखनीय पहल रही।

(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

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