अजमेर, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । ब्यावर के रायपुर उपखंड के बर गांव के निकट स्थित शिकारबाड़ी के पीछे एक 15 फीट लंबे विशालकाय अजगर ने लगभग 20 किलो वजनी नील गाय के बछड़े को निगल लिया है। अजगर नीलगाय के बछड़े को निगलने के बाद झाड़ियां में छिप कर बैठ गया था। आसपास के ग्रामीण जब अपने पशु गांव से सटे चरवाहा क्षेत्र में चरा रहे थे, तभी एक भैंस अनजाने में अजगर के करीब घास चरती हुई पहुंच गई। अचानक अजगर से खतरा महसूस होने पर भैंस वहां से भाग खड़ी हुई। यह घटना चरवाहे ने देखी तो तुरंत मौके पर जाकर पाया तो वहां पर एक विशालकाय अजगर झाड़ियां में बैठा मिला। चरवाहे ने शोर मचाकर पास आसपास के सभी चरवाहों को सचेत किया। देखते-देखते मौके पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सबके मन में एक ही विचार था कि आखिर इस अजगर ने किस जीव को निगला है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना सेंदड़ा वन रेंज के अधिकारी राजेंद्र कुमार कंसाना को दी। सेंदड़ा वन रेंज से स्नैक कैचर सुरेंद्र सिंह ब्यावर मौके पर पहुंचे।
स्नेक कैचर सुरेंद्र सिंह ब्यावर ने बताया कि जैसे ही अजगर को रेस्क्यू करने के लिए नजदीक गए तो वह हमलावर हो गया और उसने बार-बार काटने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि अजगर ने भारी शिकार करने के बावजूद भी एक मीटर तक उछल कर काटने का प्रयास करता रहा।
कड़ी मशक्कत के बाद अजगर को काबू किया गया। अजगर भागने की फिराक में काफी छटपटाने लगा था। उसने हल्का होने के लिए या (भगाने के लिए) उसने निगले हुए शिकार को वापस उगल दिया। ग्रामीणों ने बताया कि वो यहां अपने पशु चरा रहे थे। उन्होंने यहां नीलगाय का एक झुंड देखा था और उनके साथ एक बछड़ा भी था। शायद ये उसी बछड़े को इस अजगर ने शिकार बनाया हो
स्नैक कैचर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि अजगर इतना भारी भरकम था जिसे चार व्यक्तियों के सहयोग से बोरे में डालकर उसे रोड के किनारे लेकर आए तथा उसे जीप में डालकर घने जंगल में छोड़ दिया गया। उन्होंने बताया कि नीलगाय के शिकार के बाद इसका वजन करीब 45 किलो के करीब था।
अजगर सुरेन्द्र सिंह ने के हाथ पर काट लिया
स्नैक कैचर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान जैसे ही वे अजगर को बोरे में डाल रहे थे उसी दरमियान अजगर ने उनकी अंगुली पर काट लिया उन्होंने बताया कि ग्लव्स पहने हुए के बावजूद भी अजगर का हमला बहुत ही तेज था और उसके दांत बहुत ही ज्यादा नुकीले थे जिससे ग्लव्स की परत को चीरते हुए उंगलियां तक पहुंच गए। काटने के बाद उनके हाथ से काफी खून निकला जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया और वे अब स्वस्थ हैं।
(Udaipur Kiran) / संतोष