
झुंझुनू, 15 मई (Udaipur Kiran) । राजस्थान में झुंझुनू जिले के मुकुंदगढ़ कस्बे में एक 80 साल का पति और 75 साल की पत्नी ने बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव बिस्तर पर पड़े मिले। दंपती के दो बेटे जयपुर और एक बेटा बेंगलुरु में प्राइवेट नौकरी करता है। कमरे से सुसाइड नोट मिला। इसमें महिला ने लिखा था कि बीमारी से तंग आकर मैं और मेरे पति अब दुनिया से जा रहे हैं हमारे बेटों को परेशान मत करना। घटना झुंझुनू जिले के मुकुंदगढ़ के वार्ड 16 में दोपहर 2.30 बजे की है।
सहायक थानेदार रतनलाल मीणा ने बताया कि मुकुंदगढ़ निवासी श्यामसुंदर दर्जी (80) लेखक थे। पत्नी चंद्रकला (75) के साथ वे वार्ड 16 स्थित मकान में रहते थे। दो-तीन दिन से दोनों पड़ोसियों को नजर नहीं आए। उनके मकान से बदबू आ रही थी। मकान का मेनगेट अंदर से बंद था। पड़ोसियों की सूचना पर गुरुवार दोपहर यहां पुलिस पहुंच कर दरवाजा तोड़ा तो कमरे में दोनों के शव मिले। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी और एमओबी टीम को मौके पर बुलाया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल मुकुंदगढ़ की मॉर्च्युरी में रखवाया है। सामूहिक आत्महत्या का मामला लग रहा है। बाकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से स्थिति साफ होगी।
पड़ोसियों का कहना है कि श्यामसुंदर और चंद्रकला अक्सर बीमार रहते थे। उनके तीन बेटे हैं। दो बेटे विकास और राकेश जयपुर में अपने-अपने परिवार के साथ रहते हैं। दोनों प्राइवेट नौकरी करते हैं। तीसरा बेटा सुशील बेंगलुरु (कर्नाटक) में अपने परिवार के साथ रहता है। वह भी किसी कंपनी में नौकरी करता है। तीनों बेटे माता-पिता को साथ नहीं रखते थे। जानकारी के अनुसार तीसरा बेटा सुशील बेंगलुरु से जयपुर आया हुआ था। पुलिस ने सूचना दी तो तीनों जयपुर से रवाना होकर शाम 5 बजे मुकुंदगढ़ पहुंचे।
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(Udaipur Kiran) / रमेश
