Uttar Pradesh

तेज विस्फोट के विरोध में दस दिनों से अनशन जारी, अधिकारी जानकर बने अंजान

अनशनकारी

महोबा, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के महोबा में तेज विस्फोट के खिलाफ ग्रामीण पिछले दस दिनों से अनशन कर रहे हैं । तो वहीं प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं । जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। गुरुवार को अनशनकारियों ने दो दिन के अंदर समस्या का समाधान न होने पर अधिकारियों को अन्न त्याग कर अनशन करने की चेतावनी दी है।

जनपद के कबरई विकासखंड के गंज गांव के ग्रामीण तेज विस्फोट के खिलाफ पिछले दस दिनों से मोर्चा खोले हुए हैं। जहां ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों और खनिज विभाग की लापरवाही की वजह से खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है। जो कि लगातार हैवी ब्लास्टिंग कर प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे हैं।

खनिज अधिकारी के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग

अनशनकर्ता रणदेव सिंह ने बताया कि तेज विस्फोट से उनके खेत में बने मंदिर की दीवारों में दरारें पड़ रही हैं और किसान आसपास के खेतों में काम करने से डरते रहते हैं। कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी हैवी ब्लास्टिंग में रोक नहीं लग पा रही है। तो वहीं खनिज अधिकारी पर खनन माफियाओं से सांठगांठ के आरोप लगाते हुए मामले की जांच अन्य जनपद के उच्चाधिकारियों से जांच करा कार्रवाई की मांग की है।

मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे अपनी आवाज

भारतीय हलधर किसान यूनियन अनशनकारियों का समर्थन कर रहा है। संगठन के जिलाध्यक्ष जनक सिंह परिहार ने कहा कि अगर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो वह आर पार की लड़ाई लड़ेंगे और दिन बाद अन्न का त्याग कर दिया जाएगा। जिसके बाद ग्रामीणों को कुछ भी होने पर प्रशासन जिम्मेदार होगा। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ तक ग्रामीणों की समस्याओं को पहुंचाने का काम किया जाएगा।

अधिकारियों की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

हैवी ब्लास्टिंग के खिलाफ गंज गांव के ग्रामीण पिछले 10 दिनों से अनशन कर रहे हैं तो वहीं खनिज विभाग और अन्य अधिकारियों के द्वारा खनन माफिया पर कार्रवाई न करने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीण रणविजय सिंह, संजय सिंह, दीपक त्रिपाठी, संतराम त्रिपाठी आदि का कहना है कि जब तक समस्या का निस्तारण नहीं होता तब तक वह अनशन करते रहेंगे।

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(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र द्विवेदी

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