
कानपुर,29 जुलाई (Udaipur Kiran) । कृषक स्वयं क्राफ्ट कैफेटेरिया को देखकर धान की उत्तम प्रजातियों का मूल्यांकन कर सकेंगे और क्षेत्र के अनुकूल प्रजातियों का भी चयन कर सकेंगे। जिससे उन्हें धान फसल से अधिक लाभ प्राप्त हो। यह जानकारी सोमवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मृदा वैज्ञानिक डॉ.खलील खान ने दी।
उन्होंने बताया कि सीएसए के दलीप नगर कानपुर देहात कृषि विज्ञान केंद्र में धान फसल की 18 प्रजातियों के प्रदर्शन हेतु क्रॉप कैफेटेरिया लगाया गया है। इससे जनपद के किसानों को धान फसल से संबंधित नवीनतम तकनीकी जानकारियां प्राप्त होंगी।
डॉ खान ने बताया कि धान की इन प्रजातियों के परीक्षण के उपरांत जनपद की जलवायु के अनुकूल जो प्रजातियां बेहतर परिणाम देंगी। उन्हें और अधिक किसानों के मध्य प्रचारित एवं प्रसारित किया जाएगा। जिससे किसान लाभान्वित होगा। संकर प्रजातियों की छह, ऊसर सहनशील की छः तथा सामान्य भूमियों हेतु धान की छह प्रजातियों के तीन खंडों में कुल 18 प्रजातियों का क्रॉप कैफेटेरिया लगाया गया है।
डॉ खान ने बताया कि कृषक स्वयं क्राफ्ट कैफेटेरिया को देखकर धान की उत्तम प्रजातियों का मूल्यांकन कर सकेंगे और क्षेत्र के अनुकूल प्रजातियों का भी चयन कर सकेंगे। जिससे उन्हें धान फसल से अधिक लाभ प्राप्त हो। इस अवसर पर डॉक्टर राजेश राय, डॉक्टर अरुण कुमार सिंह, डॉक्टर निमिषा अवस्थी, गौरव शुक्ला एवं शुभम यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल / Mohit Verma
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